कर्नाटक मंत्री के रिश्तेदार और सहयोगियों पर आईटी की गाज

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कर्नाटक के बिजली मंत्री डी.के. शिवकुमार, उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों के नई दिल्ली, बेंगलुरू और कर्नाटक के अन्य स्थानों पर आयकर (आईटी) विभाग ने छापेमारी की। एक आईटी अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर गुरुवार को मीडिया को बताया, ” की छापेमारी में मिली सूचनाओं के आधार पर आज (गुरुवार) भी छापेमारी की गई। कई जगहों पर छापेमारी का काम पूरा कर लिया गया है।”

ड्राइवर को भी दिल्ली में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया

दिल्ली में चार स्थानों पर छापेमारी की गई, जिसमें दक्षिण दिल्ली के सफदरगंज एन्क्लेव और आर. के. पुरम इलाके शामिल हैं। मंत्री के निजी सहायक के दिल्ली स्थित निवास पर भी छापेमारी की गई।
आईटी अधिकारी ने बताया, “शिवकुमार के सहयोगी और उनके ड्राइवर को भी दिल्ली में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।” जिन नए स्थानों पर छापेमारी की गई, उसमें मंत्री का बेंगलुरू से करीब 60 किलोमीटर दूर कनकपुरा में निवास स्थान और मैसूर के तिमैया में उनके ससुर का निवास स्थान है।

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अधिकारी ने कहा, “हमारी टीमें छापेमारी में जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच और मंत्री, उनके रिश्तेदारों और व्यापारिक सहयोगियों से उनके परिसरों में मिली नकदी और संपत्ति के स्रोतों को लेकर पूछताछ कर रही है।”

नेशनल हिल व्यू स्कूल पर भी छापेमारी

मंत्री के ज्योतिषी द्वारकानाथ गुरुजी के निवास स्थान उनके परिवार के ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे बेंगलुरू के नेशनल हिल व्यू स्कूल पर भी छापेमारी की गई। आयकर विभाग की छापेमारी के चलते मंत्री के आवासों, शहर और बेंगलुरू ग्रामीण जिला में रामनगर में उनके छोटे भाई डी.के. सुरेश और मैसूर में थिमैया में मंत्री के ससुर के आवासों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।

शिवकुमार कनकपुरा विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा सुरेश बेंगलुरू के ग्रामीण क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं।

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छापेमारी में कई दस्तावेज और 10 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई

आयकर विभाग के 100 से भी अधिक अधिकारियों ने बुधवार को राज्य, दिल्ली और चेन्नई में करीब 60 स्थानों पर छापेमारी शुरू कर दी थी। छापेमारी में कई दस्तावेज और 10 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई है। बेंगलुरू से 30 किलोमीटर दूर बिदादी में ईगल्टन गोल्फ रिसॉर्ट पर भी छापेमारी की गई थी, जहां 29 जुलाई से गुजरात के 44 विधायक ठहरे हुए हैं। संबंधित घटनाक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शिवकुमार पर छापेमारी को लेकर कुछ वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों और सत्तारूढ़ पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जी. परमेश्वर से शहर में अपने आधिकारिक आवास पर चर्चा की।

लोकतांत्रिक मूल्यों और सहकारी संघवाद के भी खिलाफ है

एक अधिकारी ने कहा, “मुख्यमंत्री की कार्यसूची में आज के लिए किसी आधिकारिक कार्य की रूपरेखा नहीं है क्योंकि वह अपने आवास पर मंत्रियों, अधिकारियों और पार्टी नेताओं के साथ बैठकों में व्यस्त हैं।”सिद्दारमैया ने ट्वीट किया, “आईटी विभाग का राजनीतिक बदले की भावना के तौर पर हथियार की तरह इस्तेमाल करना सत्ता का नाजायज दुरुपयोग ही नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और सहकारी संघवाद के भी खिलाफ है।”

राज्य के दूसरे सबसे अमीर राजनीतिज्ञ

शिवकुमार द्वारा निर्वाचन आयोग में 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल शपथपत्र में के मुताबिक, वे राज्य के दूसरे सबसे अमीर राजनीतिज्ञ हैं जिनकी संपत्ति चार साल पहले 251 करोड़ रुपये थी।  युवक कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने शहर में और कनकपुरा में मंत्री के निवास स्थल पर छापेमारी के खिलाफ शहर के मध्य स्थित मुख्य आयकर कार्यालय पर धरना दिया, जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं।

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