लड़कियों को मौत मुंह से खींच लाई महिला, हर तरह मिल रही शाबाशी
वाराणसी। चौबेपुर इलाके के धौरहरा गांव की रेखा की बहादुरी के किस्से सुर्खियों है। रेखा ने गांव की तीन लड़कियों को मौत से मुंह से खींच लिया है। हालांकि नदी में डूब रही दो लड़कियों को नहीं बचा पाई। दरअसल, धौरहरा गांव स्थित शोभा राजभर के पिता बद्री राजभर का नौ दिन पहले निधन हो गया था। गुरुवार को पुरुष घाट स्नान करने के बाद घर लौटे तो महिलाएं घाट पर स्नान करने पहुंचीं। स्नान करते समय अंजू, सुनीता, संजना, अन्नू और सपना गोमती नदी में डूबने लगी। चीख पुकार सुनकर इनको बचाने के लिए रेखा नदी में कूद पड़ी।
गोताखोरों ने दो शवों को बाहर निकाला
रेखा ने बारी बारी तीन युवतियों को बचा लिया। लेकिन जब सपना को रेखा बचाने के लिये हाथ बढ़ाई तो डूब रही रेखा ने उसका हाथ मजबूती से पकड़ लिया। जिससे दोनों डूब गई, पुलिस गोताखोरों की मदद से इन दोनों की तलाश करा रही है। वहीं जिंदा बाहर निकाली गई अंजू और सुनीता की हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों को चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए भेज दिया गया है। जो महिला डूब गई है वह धौरहरा के कल्लू राजभर की पत्नी हैं। वह तीन बच्चों की मां है। वहीं सपना गांव के अनिल राजभर की बेटी है। वह चौबेपुर के स्व. सूबेदार महाविद्यालय में बीए दूसरे वर्ष की छात्रा है।
मातम में डूबा परिवार
घटना की सूचना मिलने पर चौबेपुर थानाध्यक्ष संजय त्रिपाठी मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाश कर रहे हैं। इस हादसे की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंचे परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया। काफी प्रयासों के बाद भी डूबी युवतियों की तलाश में सफलता नहीं मिलने से परिजन भी दोपहर तक निराश होने लगे थे। वहीं दो युवतियों को चोलापुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। जबकि गोताखोर डूबी युवतियों के खोजबीन में लगे हुए हैं।
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