बुराड़ी डेथ मिस्ट्री : घर में मिली डायरियां खोल रही हैं कई राज !
बुराड़ी डेथ मिस्ट्री में एक नया मोड़ आ गया है। बुराड़ी केस में ग्याहर लोगों की लाश का राज घर में मिली डायरियों और रजिस्टरों से अंदाजा लगाया जा रहा है। ‘सामूहिक सूइसाइड’ वाले बुराड़ी के भाटिया हाउस से जो रजिस्टर और डायरियां मिली हैं, उनमें लिखे नोट्स की हैंडराइटिंग से कहानी में नया मोड़ आ गया है।
अंकल ललित के निर्देशों पर नोट्स लिखा करती थी
हैंडराइटिंग एक्सपर्ट्स की मानें तो शायद नारायणी देवी की बेटी प्रतिभा की 33 वर्षीय बेटीप्रियंका(जिसकी कुछ दिन पहले सगाई हुई थी) अपने अंकल ललित के निर्देशों पर नोट्स लिखा करती थी। बुधवार को पुलिस ने बताया कि भाटिया हाउस से उसे 11 डायरियां मिली हैं, जिनमें रहस्यमय निर्देश लिखे मिले। पुलिस को डायरियों में 2-3 हैंडराइटिंग मिलीं, जिससे संकेत मिलते हैं कि ललित जब अवचेतन अवस्था में रहते होंगे तो अपनी पत्नी या बच्चों को लिखने के निर्देश देते होंगे।
रिश्तेदारों से भी इस बारे में बात करने के निर्देश नहीं थे
ललित ने अपने परिवार के सदस्यों को सख्ती से निर्देश दिया था कि उनके बारे में किसी बाहरी से चर्चा न की जाए। यहां तक कि रिश्तेदारों से भी इस बारे में बात करने के निर्देश नहीं थे। ललित ने परिवार के सदस्यों से वादा किया था कि अगर सब उनकी बात मानते हैं उन्हें ‘महान शक्ति’ प्राप्त हो सकती है।
ऐसा लगता है कि परिवार उनकी बातों पर पूरा भरोसा करने लगा था और वह उनके जीवन में फायदों और नुकसान के बारे में भी भविष्यवाणियां करने लगे थे। ललित ने ‘साधना’ खत्म होने के बाद महिलाओं और बच्चों को एक-दूसरे के बंधे हाथ खोलने के भी निर्देश दिए थे।
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डायरियों से संकेत मिलते हैं कि ललित को फॉलो करते हुए पूरा परिवार ईश्वर को धन्यवाद करने के लिए ‘अंतिम क्रिया’ के लिए तैयार हो गया था। उन्होंने कहा कि उनके पिता की आत्मा सबकी रक्षा कर रही है और उसी ने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है। ललित उदाहरण देकर इस बात को समझाते थे। वह कहते थे कि मृत पिता के कारण ही उनका बिजनस बढ़ रहा है और 11 सालों में 1 दुकान से अब 3 दुकानें हो गई हैं।
मुंह में गीला कपड़ा भरना होगा और फिर…
डायरी के एक पन्ने में लिखा था कि मोक्ष(ईश्वर प्राप्ति का रास्ता) क्रिया जाल पर 9 लोगों से शुरू होगी। बेबी(प्रतिभा) को मंदिर के पास स्टूल पर खड़ा होना होगा, खाने का ऑर्डर 10 बजे किया जाएगा, मां सबको रोटियां खिलाएंगी, क्रिया रात 1 बजे होगी, मुंह में गीला कपड़ा भरना होगा, हाथ डॉक्टर टेप से बांधने होंगे और कानों में रूई डालनी होगी।
निर्देंशों के मुताबिक, परिवार ने 24 जून से अनुष्ठान शुरू कर दिया था, जो 30 जून को खत्म होना था। सभी से लटकने से पहले पास में एक कप पानी रखने को कहा गया था। निर्देशों के अनुसार, ‘जैसे ही पानी का रंग बदल जाएगा ‘वह’ हमें बचाने के लिए आ जाएंगे।’
वे स्टूल से कूदेंगे, कोई पकड़ लेगा…
पुलिस को शक है कि महिलाओं और बच्चों को यह विश्वास दिलाया गया होगा कि जैसे ही वे स्टूल से कूदेंगे, कोई पकड़ लेगा। एक नोट में लिखा था, ‘बंधन बांधने का काम एक व्यक्ति करे, हाथ अलग, मुंह अलग, जाल पर 9 बंदे हों, बेबी अलग स्टूल पर, मां अलग, ललित छड़ी से इशारा करे।
‘ललित ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर मृत पिता के आदेशों पर कोई सवाल उठाया जाएगा तो यह ‘कयामत’ का दिन’ होगा। ललित ने उदाहरण देते हुए इस बात को समझाया। कहा, प्रियंका ने उन्हें फॉलो किया इसलिए मांगलिक होने के बावजूद उसकी सगाई हो गई। भाई भवनेश की बेटी मेनका के स्कूल टॉप करने का श्रेय भी ललित ने खुद को दिया। परिवार के सभी बच्चे तिमारपुर के वीरेंद्र पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे।
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