कोलकाता में लेडी रेजिडेंट डाक्टर से रेप और मर्डर कांड की आंच पहुंची बीएचयू, निकला कैंडिल मार्च
13 अगस्त यानी कल से डाक्टरों ने कर दिया हड़ताल का एलान
कोलकाता में लेडी रेजिडेंट डाक्टर की हत्या और रेप को लेकर देश में सुलगी आग की आंच अब वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) तक पहुंच गई. यहां के सर सुंदरलाल अस्पताल के डाक्टरों ने 13 अगस्त से हड़ताल का एलान कर दिया है. इससे पूर्व 12 अगस्त की रात रेजिडेंट डाक्टरों ने परिसर में बैनर-पोस्टर के साथ कैंडल मार्च निकाला और जमकर नारेबाजी की. कैंडल मार्च में बीएचयू के मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस एमडी ,सीनियर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंट शामिल थे. मार्च में शामिल रेजिडेंट डाक्टरों के चेहरे पर रेजिडेंट डाक्टर के साथ रेप और बेरहमी से हत्या के प्रति गहरा रोष दिखाई दे रहा था.
Also Read: शूलटंकेश्वर महादेव: यहीं पर भगवान शिव ने त्रिशूल से रोका था मां गंगा के वेग
रेप और हत्या इस देश के लिए बड़े शर्म की बात
इस अवसर पर बीएचयू मेडिकल कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर रेजिडेंट गौरव राय ने कहा कि कोलकाता में सीनियर रेजिडेंट के साथ रेप और हत्या इस देश के लिए बड़े शर्म की बात है. उन्होंने कहाकि ऑल इंडिया रेजिडेंट एसोसिएशन के आह्वान पर आंदोलन चलाया जा रहा है. जब तक मृत रेजिडेंट डॉक्टर के मामले में न्याय नहीं मिलेगा तब तक लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि 13 अगस्त को बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में हड़ताल रहेगा.
हड़ताल से इमरजेंसी, आईसीयू, लेबर रूम और अन्य सीरियस मरीज को मुक्त रखा गया
हड़ताल से इमरजेंसी, आईसीयू, लेबर रूम और अन्य सीरियस मरीज को मुक्त रखा गया है, जबकि ओपीडी में कार्यों का बहिष्कार किया जाएगा. 13 अगस्त से विरोध तेज किया जाएगा. रेजिडेंट डाक्टर खासकर महिला वर्ग इस घटना को लेकर संशंकित हैं. उनका कहना है कि रेजीडेंट डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाय. मृत रेजीडेंट डाक्टर के साथ हुई घटना में शामिल दुराचारियों और कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. साथ ही मृत रेजीडेंट डाक्टर के परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाय. सरकार जब तक यह व्यवस्था सुनिश्चित नही करती हड़ताल जारी रहेगा.
धरने पर बैठेंगे रेजिडेंट डाक्टर, दस सूत्री मांगों का सौंपेंगे ज्ञापन
गौरतलब है कि कोलकाता रेप-मर्डर का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. अब विभिन्न अस्पतालों में डॉक्टर और रेजीडेंट डॉक्टर रेप और मर्डर के आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. मृतका लेडी रेजिडेंट डाक्टर के परिवार को न्याय मिले इसको लेकर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं. सर सुंदर लाल अस्पताल में हड़ताल के दौरान कल से डाक्टर इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर ओपीडी, वार्ड और सर्जरी समेत अन्य काम रोककर धरने पर बैठेंगे. रेजिडेंट डॉक्टरों का कैंडल मार्च आईएमएस बीएचयू के गेट से निकला और सिंहद्वार तक गया. डॉक्टर नो जस्टिस नो सर्विस का नारा लगा रहे है. डॉक्टरो ने कहाकि कोलकाता रेप-मर्डर केस में जस्टिस को लेकर उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए 10 मांगों की सूची तैयार कर ली है. कल बीएचयू प्रशासन को मांग सौंपा जाएगा. आपको बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसीन की एक रेजिडेंट अपने सेमिनार हॉल में संदिग्ध हालत में मृत पाई गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ दुष्कर्म और जघन्य तरीके से हत्या की पुष्टि हुई.
Also Read: केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने की NIRF 2024 की घोषणा, IIT मद्रास ने किया TOP
बीएचयू के रेजिडेंट डाक्टरों की यह है मांगें
-बीएचयू अस्पताल की सिक्योरिटी बढ़ाई जाए, खासकर वार्डों और इमरजेंसी में सिक्योरिटी बढ़ानी होगी.
-अस्पताल में ज्यादा संख्या में आने वाले अटेंडेंट्स को रोका जाय.
-एक मरीज के साथ ज्यादा से ज्यादा 2 ही अटेडेंट को साथ में रहने की अनुमति दी जाय.
-अस्पताल की डाक्टरों की स्पेशल लिफ्ट हो और उसमें अटेडेंटों के चढ़ने पर प्रतिबंध लगाया जाय.
-अस्पताल के टॉयलेट्स की सफाई की जाय, हर डिपार्टमेंट में छात्रों और छात्राओं के लिए रेस्ट रूम की व्यवस्था हो.
-अस्पताल के हर गलियारे को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जाय. रेजीडेंट्स ड्यूटी रूम्स के सामने भी कैमरे लगाए जांय.
-अस्पताल में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट का पालन किया जाय.
-रेजीडेंट के रूम तक आवाजाही रोकी जाय. यहां पर बायोमीट्रिक सिस्टम इंस्टॉल किए जांय, साथ ही इमरजेंसी के दौरान नर्सिंग स्टाफ द्वारा ही डॉक्टरों को बुलाया जाय.
-यदि डॉक्टर को देर रात अस्पताल में बुलाया जाता है तो उन्हें सिक्योर ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था दी जाय.