वाराणसी जिले के भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा में दुष्कर्म के आरोपी वांछित दारोगा को पुलिस ने सीतापुर स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर से गिरफ्तार किया है। बुधवार को आरोपी दारोगा को न्यायालय में लाया गया।
आरोपी दारोगा सेंटर में इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग ले रहा था। आरोपी दारोगा सहित चार के खिलाफ भेलूपुर थाने 2020 में सामूहिक दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया था। उस समय आरोपी मऊ जिले में तैनात था। मुकदमा दर्ज होने के इसके बाद तत्कालीन मऊ एसपी रहे अनुराग आर्या ने निलंबित कर दिया था।
2017 में महिला के साथ किया था दुष्कर्म
बता दें कि वाराणसी के बजरडीहा क्षेत्र की एक विवाहित महिला के साथ वर्ष 2017 में क्षेत्रीय पुलिस चौकी पर तैनात तत्कालीन दारोगा उमराव खान, बजरडीहा निवासी इब्राहिम, हाजी मैनुद्दीन और एक अन्य ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। चारों ने धोखे से महिला को नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म के बाद इसका वीडियो भी बना लिया था।
आरोपितों ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर महिला के साथ कई बार दुष्कर्म किया था। महिला के विरोध के बावजूद उनकी दबंगई और मनमानी जारी रही। इसी बीच कोल्हुआ निवासी मो. शाहिद नामक व्यक्ति ने पीड़िता के गैगरेप वाला वीडियो वायरल कर दिया।
घटना के बाद तत्कालीन एसपी पर गिरी थी गाज
पीड़िता ने तीन फरवरी 2020 को भेलूपुर थाने में आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी। जांच के बाद पुलिस ने दारोगा को छोड़ अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। अफसर उसके बचाव में लगे रहे। इसी दौरान दारोगा का तबादला मऊ जनपद में हो गया।
घटना की जानकारी होने पर जनपद के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रहे अनुराग आर्या ने दारोगा उमराव खान को निलंबित कर दिया था। वर्ष 2017 में ही दारोगा उमराव खान को कचहरी में अधिवक्ताओं ने भी जमकर पीटा था। दारोगा किसी मुकदमे की पैरवी में वहां गया था। मुकदमे के दौरान उसकी अधिवक्ता से बहस हो गई थी।
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