भारत कि सेना का दुनिया में कोई मुकाबला नही : नाईक
राम नाईक ने रविवार को परम वीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हामिद की शहादत दिवस पर कहा, “परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद की जन्म भूमि को प्रणाम करने का अवसर प्राप्त हुआ, यह मैं अपना सौभाग्य समझता हूं।
अब तक पूरे देश में मात्र 21 लोगों को परमवीर चक्र प्राप्त हो सके हैं, जिनमें से तीन उत्तर प्रदेश के हैं। उनमें वीर अब्दुल हामिद भी हैं।
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ऐसा वीर बहादुर कभी-कभी पैदा होता है
राज्यपाल ने कहा, “1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अब्दुल हामिद ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए शक्तिशाली पैटन टैंक को नष्ट कर दिया था।
जो उस समय अजेय माना जाता था, लेकिन गाजीपुर के माटी के लाल अब्दुल हमीद ने सीमित संसाधन में एक-दो नहीं बल्कि चार पैटन टैंक ध्वस्त कर पाकिस्तान के मंसूबे को ध्वस्त ही नहीं, किया बल्कि पूरे विश्व में भारत के अदम्य साहस और वीरता का लोहा मनवाया। ऐसा वीर बहादुर कभी-कभी पैदा होता है।
मेरा सेना के साथ विशेष जुड़ाव रहा
उन्होंने कहा, “एक सैनिक की सर्वश्रेष्ठ इच्छा देश की रक्षा के साथ ही अगर उसे शहादत का अवसर मिले तो वह अपना सौभाग्य समझता है। आज हम अपने घरों में आराम की नींद इसलिए ले पाते हैं, क्योंकि सैनिक हमारी मजबूती के साथ रखवाली करते हैं। मेरा सेना के साथ विशेष जुड़ाव रहा है।
पेट्रोलियम मंत्री की हैसियत से…
नाईक ने कहा, “कारगिल युद्ध के समय 449 जवान शहीद हुए। उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को मैंने पेट्रोलियम मंत्री की हैसियत से सभी शहीदों के परिवारों को एक एक पेट्रोल पंप या गैस एजेंसी देने का सलाह दी, जिसे प्रधानमंत्री ने तत्काल मानते हुए मुझे ऐसा करने का आदेश दिया, जिसे मैं अपना सौभाग्य समझता हूं।
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