Rajya Sabha: भाजपा ने घोषित किये डा. सुधांशु समेत 14 उम्मीदवारों के नाम
भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने जारी की सूची
भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल से अपने 14 उम्मीदवारों की सूची रविवार को जारी कर दी. इनमें सात यूपी से हैं. राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, डा. संगीता बलवंत, नवीन जैन को उम्मीदवार घोषित किया गया है. बिहार से धर्मशीला गुप्ता और डॉ भीम सिंह प्रत्याशी हैं. उत्तराखंड से महेंद्र भट्ट और पश्चिम बंगाल से सामिक भट्टाचार्य को उम्मीदवार घोषित किया गया है. छत्तीसगढ़ से राजा देवेन्द्र प्रताप सिंह, कर्नाटक से नारायण कृष्णासा भांडगे और हरियाणा से सुभाष बराला को उम्मीदवार बनाया गया है।गौरतलब है कि राज्यसभा में यूपी कोटे की दस सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 15 फरवरी तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे. 27 फरवरी को मतदान होगा.
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डॉ. सुधांशु त्रिवेदी दोबारा राज्यसभा जाएंगे
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा के सदस्य हैं. इनकी पहचान विचारक, विश्लेषक और राजनीतिक सलाहकार के तौर पर भी होती है. अक्टूबर 2019 में डॉ. त्रिवेदी राज्यसभा सीट के लिये उत्तरप्रदेश से निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुए. उनके खिलाफ विरोधी दलों से भी किसी ने नामांकन नहीं किया था. इस बार अशोक बाजपेयी का टिकट कट गया और सुधांशु त्रिवेदी को दूसरी बार राज्यसभा भेजने की तैयारी है.
कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए आरपीएन सिंह को मिला टिकट
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए आरपीएन सिंह को भी भाजपा ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है. आरपीएन सिंह मनमोहन सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे. वह 2009 में कुशीनगर लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. आरपीएन सिंह राजपरिवार से आते हैं. लोस चुनाव जीतने से पहले आरपीएन सिंह पड़रौना सीट से तीन बार विधायक रहे. आरपीएन सिंह के पिता सीपीएन सिंह भी सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं.
मुगलसराय (डीडीयू नगर) से विधायक रहीं साधना सिंह
चंदौली की मुगलसराय विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रहीं साधना सिंह को भाजपा ने राज्यसभा का टिकट दिया है. साधना सिंह चंदौली जिला मुख्यालय के बबुरी रोड की निवासिनी हैं. राजनीति में आने से पहले व्यापारी संगठनों से जुड़कर काम करती रहीं. 2017 में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में उन्हे मुगलसराय विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में उन्होने भारी अंतर से जीत हासिल की. साल 2022 के चुनाव में भी भाजपा ने साधना सिंह का टिकट काटकर उनके स्थान पर रमेश जायसवाल को उम्मीदवार बना दिया. हालांकि टिकट कटने के बाद भी साधना सिंह ने धैर्य नहीं खोया और पार्टी संगठन के लिए निरंतर जुड़ी रहीं. साधना सिंह को इसका लाभ भी मिला.
नौ में से आठ सदस्यों के टिकट कटे
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जातीय समीकरण साधने के लिए यूपी के मौजूदा नौ राज्यसभा सदस्यों में से आठ का टिकट काट दिया है. मौजूदा सदस्यों से केवल सुधांशु त्रिवेदी को दोबारा मौका दिया गया है. जबकि डॉ. अनिल अग्रवाल, डॉ. अशोक बाजपेयी, डॉ. अनिल जैन, कांता कर्दम, सकलदीप राजभर, जीवीएल नरसिम्हा राव, हरनाथ सिंह यादव और विजयपाल सिंह तोमर का टिकट कट गया है.
सुशील मोदी का पत्ता कटा
बिहार से भाजपा ने जहां डॉक्टर धर्मशीला गुप्ता और डॉक्टर भीम सिंह को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया, वहीं सुशील कुमार मोदी का पत्ता कट गया है. गौरतलब है कि सुशील मोदी का कार्यकाल अभी समाप्त हुआ है. डॉक्टर धर्मशीला गुप्ता बिहार भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं. डॉक्टर भीम सिंह अति पिछड़ा समाज से आते हैं और वह नीतीश सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं.
भाजपा मुख्य प्रवक्ता हैं समिक भट्टाचार्य
पश्चिम बंगाल से समिक भट्टाचार्य को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. समिक को भाजपा ने 2019 में दमदम लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. लेकिन इस सीट पर उनको हार का सामना करना पड़ा. 2014 से 2016 तक बशीरहाट दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे. अभी वह भाजपा पश्चिम बंगाल के मुख्य प्रवक्ता हैं.
लैलूंगा से जिला पंचायत सदस्य हैं राजा देवेंद्र प्रताप सिंह
जबकि छत्तीसगढ़ की एक राज्यसभा सीट के लिए भाजपा ने राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वह लैलूंगा से जिला पंचायत सदस्य हैं और 15 साल से भाजपा से जुड़े हैं. दो अप्रैल 2024 को राज्य सभा की सीट पर सरोज पांडे का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इस साल राज्यसभा के 68 सदस्य रिटायर होने वाले हैं. तीन सांसदों का कार्यकाल 27 जनवरी को पूरा हो चुका है. इन 65 सदस्यों में से 55 सदस्य 23 फरवरी को रिटायर होंगे. 2 सदस्यों का मई में कार्यकाल पूरा हो जाएगा. जबकि 1 से 13 जुलाई के बीच 7 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल पूरा होगा. रिटायर होने वाले सबसे ज्यादा सांसद भाजपा के हैं. इस साल बीजेपी के 32 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है.