मुझे कैलाश ने बुलाया है : राहुल गांधी
कैलास मानसरोवर यात्रा पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के आध्यात्मिकअनुभवों को साझा किया है। राहुल ने कहा कि कोई व्यक्ति तभी कैलास जाता है, जब वह उसे बुलाता है। वह यह सौभाग्य पाकर खुश हैं।
मानसरोवर झील की दिव्यता को बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने इशारों में सरकार को भी नसीहत दी। राहुल ने लिखा, ‘मानसरोवर झील का पानी बेहद शांत, स्थिर और कोमल है। यह झील सबकुछ देती है और कुछ नहीं लेती। इसे कोई भी ग्रहण कर सकता है। यहां कोई घृणा नहीं है। इसलिए भारत में इस जल को पूजा जाता है।’
यह सौभाग्य पाकर मैं बेहद खुश हूं
राहुल ने अपनी कैलास यात्रा पर लिखा कि यह सौभाग्य उसी को मिलता है, जिसे कैलास बुलाते हैं। उन्होंने लिखा, ‘कोई भी व्यक्ति तब कैलास जाता है, जब वह उसे बुलाता है। यह सौभाग्य पाकर मैं बेहद खुश हूं और इस बेहद खूबसूरत यात्रा के दौरान मैंने क्या देखा, वह आपके साथ साझा करूंगा।’
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बता दें कि राहुल की कैलास यात्रा पर बीजेपी और कांग्रेस में घमासान मचा है। बीजेपी इसे पाखंड करार दे रही है, तो कांग्रेस उसे एक शिवभक्त और उसकी भक्ति के बीच में विघ्न बता रही है। इसके साथ ही राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया था, जिसमें कहा गया था कि यात्रा के दौरान राहुल ने नॉनवेज भोजन किया था। हालांकि कुछ देर बाद काठमांडू के रेस्तरां ने सफाई दी कि राहुल ने ‘सिर्फ शाकाहारी भोजन’ ही किया है।
राहुल गांधी कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए निकल चुके हैं
31 अगस्त के बाद यह राहुल गांधी की पहली ट्विटर पोस्ट है। 31 अगस्त को राहुल गांधी ने संस्कृत श्लोक के साथ कैलास पर्वत की तस्वीर पोस्ट की थी। कांग्रेस अध्यक्ष की यात्रा से पहले पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था, ‘शिव भक्त कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए निकल चुके हैं। वह कैलास पर्वत की परिक्रमा करेंगे। इस यात्रा में 12-15 दिन का वक्त लगेगा, लेकिन सुरक्षा कारणों से उनके रूट की जानकारी नहीं दी जा सकती है।’साभार
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