राफेल मामले में बोले राहुल, पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त…
केंद्र सरकार द्वारा राफेल डील की प्रक्रिया और कीमत के बारे में सुप्रीम कोर्ट में जानकारी देने पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज भरे लहजे में कहा है कि मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी गलती मान ली है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट में मोदी जी ने मानी अपनी चोरी।
सीलबंद लिफाफे में राफेल की कीमत के बारे में भी बताया
हलफनामें में माना कि उन्होंने बिना वासुसेना से पूछे कॉन्ट्रैक्ट बदला और 30,000 करोड़ रुपये अंबानी की जेब में डाले। पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त…।’बता दें कि केंद्र सरकार ने राफेल डील के फैसले की प्रक्रिया के बारे में याचिकाकर्ताओं को जानकारी दी थी और सुप्रीम कोर्ट को सीलबंद लिफाफे में राफेल की कीमत के बारे में भी बताया।
सुप्रीम कोर्ट में मोदीजी ने मानी अपनी चोरी।
हलफ़नामे में माना कि उन्होंने बिना वायुसेना से पूछे कांट्रैक्ट बदला और 30,000 करोड़ रूपया अंबानी की जेब में डाला।
पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त…https://t.co/flCgrrlUjw
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2018
Also Read : सपा नेता राम गोविंद चौधरी की हालत नाजुक
इस बीच राफेल बनाने वाली कंपनी दसॉ के सीईओ के इंटरव्यू पर भी कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘तय इंटरव्यू और गढ़े गए झूठ राफेल घोटाले को दबा नहीं सकते। पहला नियम: लाभ पाने वाले व्यक्ति और सह-आरोपी के बयान का कोई महत्व नहीं। दूसरा नियम: लाभ पाने वाला और आरोपी अपने ही केस में जज नहीं बन सकते हैं।’
झूठ बोलने का रिस्क नहीं ले सकते
बता दें कि दसॉ के सीईओ ट्रैपियर से जब पूछा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि दसॉ रिलायंस ग्रुप को ऑफसेट पार्टनर चुनने को लेकर झूठ बोल रहा है तो उन्होंने कहा, ‘मेरी छवि झूठ बोलने वाले व्यक्ति की नहीं है। मेरी पॉजिशन पर आकर आप झूठ बोलने का रिस्क नहीं ले सकते।’
अनिल अंबानी की कंपनी में 284 करोड़ रुपये निवेश किए
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2 नवंबर को आरोप लगाया था कि दसॉ ने नुकसान झेल रही अनिल अंबानी की कंपनी में 284 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। उन्होंने कहा था, ‘यह साफ है कि दसॉ सीईओ झूठ बोल रहे हैं। यदि इस मामले में जांच होती है तो मोदी को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
डील भारत के पहले पीएम नेहरू के साथ थी
‘ अपने इंटरव्यू में ट्रैपियर ने कहा उनका कांग्रेस पार्टी के साथ डील करने का पुराना अनुभव है। कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा की गई इस टिप्पणी से वह दुखी हैं। ट्रैपियर ने कहा, ‘हमारा कांग्रेस पार्टी के साथ लंबा अनुभव है। हमारी 1953 में भारत के साथ हुई डील भारत के पहले पीएम नेहरू के साथ थी।
हम लंबे समय से भारत के साथ काम कर रहे हैं। हम किसी पार्टी के लिए काम नहीं करते हैं। हम भारतीय वायु सेना और भारत सरकार को फाइटर जेट जैसे रणनीतिक प्रॉडक्ट सप्लाई करते हैं। यह सबसे ज्यादा जरूरी है।’ साभार
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)