Quarantine: कोरोना पाजिटिव जमातियों की ये अजीब मांग सुनकर चौंक जायेंगे

आगरा में क्वारंटाइन में रखे जमाती मांग रहे हैं भैंसे की बिरयानी और मसालेदार खाना

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आगरा में Quarantine के लिए अस्पतालों में रखे गए जमातियों ने अजब अजब मांगें रखीं हैं। आप इन्हें जानकर दंग रह जायेंगे। ये डाक्टरों को भी खूब परेशान कर रहे हैं।

हम तो भैसें की बिरयानी खाएंगे

ये जमाती Quarantine में डाक्टरों से खाने में ऐसी चीजों की फरमाइश कर रहे हैँ, जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे। Quarantine में जमातियों का कहना हैकि हमें मरीजों जैसा खाना नहीं खाना, हम तो भैसें की बिरयानी खाएंगे। वरना हम यहां 14 दिन नहीं रुकने वाले।

आगरा के मधु रिसोर्ट में Quarantine  किए गए जमातियों का कहना है कि ‘ये भी कोई खाना है। इसमें न नमक है, न मिर्च। सूखा खाना हमें नहीं खाना। हमें तो बड़े (भैंसे) की बिरयानी चाहिए। कोई दवा नहीं खाएंगे, न इंजेक्शन लगवाएंगे। हम पूरी तरह स्वस्थ हैं। हमें साजिश के तहत यहां लाया गया है।’

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कोशिश है कि इनकी जान बचाई जाए

डॉक्टरों की टीम का कहना है कि यहां हम, पैरा मेडिकल स्टाफ इनकी सेवा में लगे हैं। कोशिश है कि Quarantine में कोरोना की स्थिति में इनकी जान बचाई जाए। मगर जमाती हैं कि मानते ही नहीं। उल्टे प्रशासन और डाक्टरों पर आरोप लगा रहे हैं। इन्होंने तमाम डाक्टरों से कहा कि उन्हें यहां क्यों लाया गया है। वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। खाना एकदम बकवास दिया जा रहा है। उन्हें मरीजों का खाना क्यों दिया जा रहा है। इस खाने में नमक और मिर्च तक का स्वाद नहीं है। वे तीखा और चटपटा खाना खाने के आदी हैं। हद तो तब हुई जब उन्होंने डाक्टरों से बड़े (भैंसे) की बिरयानी मांग ली। जमातियों का कहना था कि वे रोज यही बिरयानी खाते हैं। यह उनके मीनू का जरूरी हिस्सा है।

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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे

नाम न छापने की शर्त पर डाक्टरों ने बताया कि Quarantine में कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहा है। सभी के लिए अलग बेड हैं। वे लोग एक ही स्थान पर इकट्ठा होकर नमाज अदा कर रहे हैं। डाक्टरों ने कहा था कि सभी अपने बेड के करीब रहकर नमाज अदा कर सकते हैं। या ऐसा करने के लिए एक-दूसरे से पर्याप्त दूरी बनाकर रख सकते हैं। मगर Quarantine में जमाती मानने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने देखरेख में लगे लोगों को धमका दिया है। उनका कहना है कि यही चलता रहा तो वे Quarantine में 14 दिन तक यहां किसी कीमत पर रहने को तैयार नहीं हैं।

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बेवजह यहां ले आए

Quarantine लोगों में से एक ने दूसरे से कहा कि उन्हें यहां साजिश के तहत लाया गया है। निजामुद्दीन में जमात करके आए लोग हमेशा मस्जिदों में जाकर स्थानीय लोगों को मौलानाओं की तकरीर सुनाते हैं। पुलिस ने तकरीर सुनने आए लोगों को उठा लिया है। सभी को बेवजह यहां लाया गया है। उन्हें पता नहीं हैं। वे पूरी तरह स्वस्थ हैं फिर Quarantine में  इलाज क्यों हो रहा है।

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