seven crore सरकारी धन के गबन में PWD का लेखाकार गिरफ्तार
गाजीपुर जिले के गहमर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज हुआ था मुकदमा, EOW कर रही जांच
करीब सात करोड़ रुपये के शासकीय धन के गबन में शामिल उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड (PWD) की वाराणसी इकाई के तात्कालीन लेखाकार श्रीप्रताप सिंह को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. श्रीप्रताप को आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) की वाराणसी इकाई ने सोनभद्र जिले के राबर्टसगंज कस्बे से पकड़ा. आरोपित श्रीप्रताप सोनभद्र के ही रामपुर बरकोनिया का निवासी है. उसके खिलाफ गाजीपुर जिले के गहमर थाना में 2017 में शासकीय धन के गबन का मुकदमा दर्ज है. इससे पहले इस मामले में कई आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अन्य की संलिप्तता की जांच जारी है.
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गाजीपुर के भदौरा में किया जाना था सौंदर्यीकरण
बता दें कि गाजीपुर के ब्लॉक भदौरा के पांच अलग-अलग स्थानों पर पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण का कार्य वर्ष 2012- 13 के दौरान किया जाना था. शासन ने कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड भदोही (वाराणसी) को यह कार्य आवंटित किया था. इस कार्य के लिए उत्तर प्रदेश शासन द्वारा लगभग 8.17 करोड़ रुपया अवमुक्त किया गया था. इसमें से लगभग 1.17 करोड़ रूपये का कार्य मानक के अनुरूप और पूर्ण किया जाना पाया गया. लगभग 7 करोड़ रुपये के भुगतान वाले कार्य अधूरे और मानक के अनुरूप नहीं पाये गये. प्रकरण की शिकायत प्राप्त होने पर जांच अधिकारी तत्कालीन संयुक्त निदेशक पर्यटन वाराणसी व विंध्याचल मंडल अविनाश चंद्र मिश्रा ने 12 सितम्बर 2017 को उत्तर प्रदेशराजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के परियोजना प्रबंधक, अभियंता, उप अभियंता, लेखाकार, ठेकेदार, उप ठेकेदार, पीआरवी आदि के गाजीपुर के गहमर थाने में दर्ज कराया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन ने इसकी विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन की वाराणसी शाखा को सुपुर्द किया.
बंदरबांट में कई अधिकारी व कर्मचारी हैं शामिल
जांचकर्ता निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने शासकीय धन के बंदरबाट में तत्कालीन परियोजना निदेशक, अभियंता, उप अभियंता, लेखाकार और कैशियर के साथ ठेकेदारों को भी दोषी पाया है. इस मामले में लिप्त आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए ईओडब्ल्यू लखनऊ मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू लाल साहब यादव निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी रामाश्रय सिंह और रोहित सिंह की टीम गठित की थी. गौरतलब है कि पिछले दिनों ईओडब्ल्यू ने पीडब्लूडी कार्यालय कानपुर देहात में कार्यरत जेई गोपाल सिंह कुशवाहा को गिरफ्तार किया था.