दवा की दुकान का लाइसेंस किया था कैंसिल, महिला ड्रग्स ऑफिसर की हत्या
पंजाब के खरड़ में ड्रग्स ऑफिसर नेहा शौरी हत्या से हर कोई सन्न है। 10 साल पुरानी रंजिश के चलते जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात महिला अधिकारी नेहा शौरी की हत्या कर दी गई।
इस हत्याकांड से पूरे देश में रोष है। सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोग उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। 2009 में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर रहने के दौरान नेहा ने आरोपी की दवा की दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया था। इसके बाद आरोपी नेहा से रंजिश रखने लगा था।
Shocking – what’s happening to law & order? RIP Neha Suri who lost her life for enforcing law https://t.co/FkmuEsGqvE
— Kiran Mazumdar-Shaw (@kiranshaw) March 29, 2019
https://twitter.com/MajorPoonia/status/1111876704019103750
Please investigate and ensure that justice is done @DGPPunjabPolice https://t.co/T5pS41bY12
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 29, 2019
नेहा को लगी तीन गोली, मौके पर मौत-
शुक्रवार सुबह जब नेहा खरड़ स्थित अपने दफ्तर में मौजूद थीं। आरोपी बलविंदर सिंह सुबह 11 बजकर 40 मिनट में उनके कार्यालय में घुसकर पॉइंट 32 बोर लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी। आरोपी बलविंदर बैग में रिवॉल्वर लेकर आया था।
बताया जा रहा है कि घटना के समय कार्यालय में एक ही सिक्योरिटी गार्ड तैनात था लेकिन वह बलविंदर को देख नहीं पाया था। हमलावर ने नेहा पर तीन गोलियां दागी। एक गोली नेहा के सीने पर, दूसरी चेहरे और तीसरी कंधे पर लगी। नेहा की मौके पर ही मौत हो गई थी।
जांच में जुटी पुलिस-
2016 से जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर नेहा तैनात थीं। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि 2009 में नेहा ने आरोपी बलिंदर की दवा की दुकान पर छापा मारा था। उसकी दुकान से नेहा ने कथित रूप से नशीली दवाएं बरामद की थीं। इसके बाद नेहा ने उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महिला अधिकारी की हत्या की जांच के आदेश दिए हैं।
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