पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को घोषणा कर कहा कि वह राज्य में बिजली संकट और जरूरी सामग्री की आपूर्ति के मुद्दे को रेखांकित करने के लिए बुधवार सुबह राजघाट में कांग्रेस विधायकों के रिले धरना की अगुवाई करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में कोयला, यूरिया, डीएपी और अन्य जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति रेलवे के निर्णय की वजह से रूकी हुई है। सिंह ने कहा कि किसानों की ओर से प्रदर्शन के तहत आवाजाही बाधित करने में ढील देने के बाद भी रेलवे ने ट्रेन नहीं चलाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी वजह से सभी पॉवर प्लांट पूरी तरह से बंद हो गए हैं और कृषि व सब्जियों की आपूर्ति में कटौती की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य की बदहाल स्थिति को केंद्र के सामने लाने के लिए राष्ट्रपिता की समाधि स्थल पर एक सांकेतिक धरना देने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री को इससे पहले कृषि संबंधित संशोधन बिल पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने का समय नहीं मिला था।
दिल्ली में क्योंकि सीआरपीसी की धारा 144 लगी हुई है, पार्टी के विधायक दिल्ली में पंजाब भवन से चार की संख्या में राजघाट जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सुबह 10.30 बजे पहले जत्थे की अगुवाई करेंगे।
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