शिवपाल का फिर छलका दर्द कहा… कुचला भी मैं गया रौंदा भी मैं गया
समाजवादी पार्टी में उपेक्षा का शिकार हुए प्रगतिशील समाजपार्टी लोहिया के संरक्षक शिवपाल (Shivpal )यादव का एक फिर दर्द छलक पड़ा है। दरअसल वे इटावा में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे जहां उन्होंने सार्वजनिक मंच से कविता के माध्यम से दर्द बयां किया।
शिवपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी में हुए अपने साथ व्यवहार और दर्द को कविता के रूप में नेता जी के लिये अपनी कविता लिख कर किया बयां किया।
“”कि मैंने क्या-क्या किया कैसे किया यह सबको पता है किसी से क्या कहूं होकर बड़ा साये मैं चला जैसे ढाला वैसे ढला भोर का काला घना है मैं तब भी ना डरा धूप में बरसात में काली अंधेरी रात में संग संग चलो दुश्मन से लड़ा
हूँ आज भी उनके संग उनके खड़ा अब और क्या करूं मैं वह मंजर याद है कुचला भी में गया रौंदा भी मैं गया क्या अपराध था यही अपराध था कि मैं उनके साथ खड़ा था और क्या क्या सहूं मैं या चुप रहूं “””
आपको बता दें कि किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह की जंयती है। इस मौके पर यूपी के इटावा के हेवरा में चौधरी चरण सिंह डिग्री कॉलेज में चौधरी चरण सिंह के जयंती समारोह में विशाल अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में प्रगतिशील समाजपार्टी लोहिया के संरक्षक शिवपाल यादव मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद कावियों को सम्मानित किया।
चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयेजित कवि सम्मेलन में पहुँची राष्ट्रीय कवियत्री अनामिका अम्बर को शिवपाल ने प्रगति शील समाजवादी पार्टी से टिकट देने की घोषणा की। अनामिका ने अपने गृह जनपद मेरठ से चुनाव लड़ने की जताई इच्छा। अनामिका प्रसपा की पहली प्रत्याशी है जिनकी सार्वजनिक मंच से शिवपाल सिंह ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया है।
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