भारत के प्रमुख 8 उद्योगों में हुई वृद्धि
भारत के आठ प्रमुख उद्योगों का उत्पादन अगस्त में 4.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि इसके पिछले महीने में इन आठ उद्योगों का उत्पादन 2.6 फीसदी बढ़ा था। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़ों से प्राप्त हुई है। आठ प्रमुख उद्योगों (ईसीआई) का सूचकांक कोयला, इस्पात, सीमेंट और बिजली जैसे प्रमुख औद्योगिक सेक्टरों के उत्पादन को प्रस्तुत करता, और यह सूचकांक पिछले वर्ष की समान अवधि में 3.1 प्रतिशत बढ़ा था
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अगस्त 2017 में आठ प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक 123.6 पर है
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में ईसीआई सूचकांक का 40.27 प्रतिशत हिस्सा होता है। आईआईपी देश के फैक्टरी उत्पादन का पैमाना है।केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने ईसीआई की अगस्त की रपट में कहा, “अगस्त 2017 में आठ प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक 123.6 पर है, जो अगस्त 2016 के सूचकांक से 4.9 प्रतिशत अधिक है।रपट में कहा गया है, “वित्तवर्ष 2017-18 के अप्रैल से अगस्त तक की संचयी वृद्धि दर तीन प्रतिशत थी।
10.33 हिस्सेदारी वाला कोयला खनन अगस्त 2017 में 15.3 प्रतिशत बढ़ा
सेक्टर के आधार पर, 28.03 हिस्सेदारी रखने वाला रिफाइनरी उत्पादन की वृद्धि दर अगस्त 2017 में 2.4 प्रतिशत रही।विद्युत उत्पादन 19.85 हिस्सेदारी के साथ सूचकांक में दूसरा स्थान रखता है, और इसकी वृद्धि दर 10.3 प्रतिशत रही।इस्पात उत्पादन सूचकांक में 17.92 हिस्सेदारी के साथ तीसरा स्थान रखता है और यह समीक्षाधीन महीने के दौरान तीन प्रतिशत बढ़ा। जबकि 10.33 हिस्सेदारी वाला कोयला खनन अगस्त 2017 में 15.3 प्रतिशत बढ़ा।
उर्वरक विनिर्माण में 0.7 प्रतिशत की गिरावट आई
लेकिन कच्चे तेल के उत्खनन में समीक्षाधीन महीने में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई। सूचकांक में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 8.98 है।दूसरी ओर प्राकृतिक गैस उत्पाद का उपसूचकांक 4.2 प्रतिशत अधिक रहा। सूचकांक में इसकी हिस्सेदारी 6.88 है।सूचकांक में 5.37 की हिस्सेदारी रखने वाला सीमेंट उत्पादन अगस्त 2017 में 1.3 प्रतिशत घट गया।इसी तरह उर्वरक विनिर्माण में 0.7 प्रतिशत की गिरावट आई। सूचकांक में इसकी हिस्सेदारी सबसे कम 2.63 है।
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