प्रियंका गांधी, प्रशांत किशोर का जामिया हिंसा को लेकर केंद्र पर हमला
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और अन्य शिक्षण संस्थानों में रविवार को कथित
पुलिस कार्रवाई पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को भाजपा पर हमला किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “देश के विश्वविद्यालयों में घुस घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है। जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय भाजपा सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है। यह सरकर कायर है।”
भाजपा जनता की आवाज से डरती है
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “(भाजपा) जनता की आवाज से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं, सुन लीजिए मोदी जी, ये दबेंगे नहीं, इनकी आवाज आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।”
कई मुद्दों पर पार्टी से अलग रुख रख चुके जनता दल (यूनाइटेड) के नेता प्रशांत किशोर ने भी केंद्र पर हमला किया।
प्रशांत किशोर का पुलिस पर हमला
उन्होंने अब वायरल हो चुके एक वीडियो को पोस्ट किया, जिसमें लड़कियों का एक समूह कथित उपद्रवियों को बचाता दिख रहा है। पुलिस उन उपद्रवियों को अपने कब्जे में लेना चाहती थी।
किशोर ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, “कथित कानून तोड़ने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के अहिंसक, बहादुरी भरे और पेशेवराना रवैये को देखिए।”
रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), 2019 के विरोध में लगभग 1,000 लोगों ने प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस और छात्रों के बीच टकराव हो गया।
बिहार में सीएए खिलाफ धरने पर मांझी, निकले विरोध जुलूस
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) 2019 के खिलाफ बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में सोमवार को भी प्रदर्शन जारी है। कई जिलों में इस अधिनियम को लेकर विरोध जुलूस निकालकर अधिनियम वापस लेने की मांग की गई, जबकि गया में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस अधिनियम के खिलाफ धरना दिया। नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी के विरोध में गया जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान के पास पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी और विधान पार्षद संतोष कुमार मांझी सोमवार को धरने पर बैठे।
सीवान और गोपालगंज में भी सीएए का विरोध
इधर, सीवान और गोपालगंज में भी सीएए के विरोध में लोग सड़क पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। सीवान में लोगों ने राजा राम मोड़ के पास एकत्रित होकर विरोध मार्च निकाला, जो विभिन्न मागरें से होता हुआ ज़े पी़ चौक तक गया। यहां लोगों ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इस दौरान लोग बड़ी संख्या में इस अधिनियम को वापस लेने की मांग को लेकर हाथ में तख्तियां लिए हुए थे।