कैदियों को शुरू हुआ पेट दर्द, डॉक्टरों के खुलासे से एसपी तक रह गए दंग

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पिछले कुछ समय से यूपी की जेलों में नशीले पदार्थ , मोबाइल  के साथ-साथ अन्य अवैध सामान पाए जाने के मामले सामने आए। जिसके बाद से शासन द्वारा प्रशासन को जेलों में किसी भी प्रकार की अवैध सामाग्री न मिलने के लिए सख्त निर्देश दिए थे। शासन के निर्देश के बाद से जेल प्रशासन इस मामले में बेहद कड़ा  रुख  अपनाए हुए है। प्रशासन के कड़े रुख के बावजूद कैदी अवैध सामाग्री जेल के अन्दर ले जाने से बाज नहीं आ रहे हैं।

बागपत जेल का अजीबोगरीब मामला 

ऐसा ही एक ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बागपत से है। यहाँ जिला जेल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां जेल में बंद दो कैदियों ने ड्रग्स और मोबाइल को प्रशासन से छिपाने के लिए अपने प्राइवेट पार्ट में डाल लिया। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब अदालत से वापस जेल जाने के बाद कैदियों ने पेट में तेज दर्द का होना बताया।

प्राइवेट पार्ट में छिपाया सामान 

हालत बिगड़ने पर जब उन कैदियों को अस्पातल में भर्ती कराया गया तो इलाज के दौरान एक के पेट से ड्रग्स के कई पैकेट तो दूसरे के पेट से मोबाइल फ़ोन मिला। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि कोर्ट में  पेशी के दौरान उनके रिश्तेदारों ने उन्हें यह सामान दिया था। उन लोगों ने जेल प्रशासन से बचने के लिए सामान को अपने प्राइवेट पार्ट में छिपा लिया था।

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उन्होंने सोचा कि जेल के अंदर जाकर वे प्राइवेट पार्ट से सामान निकाल लेंगे। लेकिन जब वे जेल पहुंचे, तब तक ड्रग्स के पाउच और मोबाइल फोन उनके अंदर चला गया था। काफी प्रयास के बाद भी वे सामान प्राइवेट पार्ट से नहीं निकाल सके।

डॉक्टरों के होश उड़े 

बताते चलें कि अस्पताल में दोनों ने डॉक्टरों से सच्चाई बताई तो डॉक्टर हैरान हो गए। डॉक्टरों ने कैदियों की करतूत की सूचना जेल प्रशासन को दी। इलाज करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला एक कैदी जिसने ड्रग्स के पाउच अंदर डाले थे, उन्हें निकाल लिया गया है। हालांकि मोबाइल वाले कैदी का मोबाइल अभी तक बाहर नहीं आ सका है। उसका इलाज जारी है। जरूरत पड़ने पर उसकी सर्जरी की जाएगी।

जेल प्रशासन है बेहद सख्त 

मामला सामने आने के बाद जेल अधीक्षक ने एसपी बागपत को बंदियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है। बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से कोर्ट में बहुत सख्ती है। सख्त चेकिंग के बाद ही कैदियों को जेल के अंदर और बाहर ले जाया जाता है।

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