जीएसटी भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां कहा कि इस वर्ष जुलाई में लागू किया गया वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार है। मोदी ने 9वें ब्रिक्स(ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन के ब्रिक्स व्यापार फोरम बैठक में कहा, “दुनिया की खुली अर्थव्यवस्था में भारत तेजी से बदल रहा है। विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्रवाह अभी सबसे ज्यादा 40 प्रतिशत है।
दो वर्षो में देश ने 32 पायदान की छलांग लगाई है
उन्होंने कहा, “भारत विश्व बैंक सूचकांक की सूची में दुनिया में व्यापार करने की असानी वाले देशों में आगे बढ़ा है और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में गत दो वर्षो में देश ने 32 पायदान की छलांग लगाई है। जुलाई में लागू किया गया वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) देश में सबसे बड़ा आर्थिक सुधार है। एक ही प्रयास में 1.3 अरब लोगों का एकीकृत बाजार बन गया।
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ब्रिक्स व्यापार परिषद सदस्य देशों के इन कार्यक्रमों को व्यवहारिक आकार देने में बड़ी भूमिका
उन्होंने कहा, “डिजिटल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया और मेक-इन-इंडिया जैसे कार्यक्रमों से देश की आर्थिक दशा बदल रही है। ये सब कार्यक्रम भारत को ज्ञान आधारित, कौशल समर्थित और प्रौद्योगिकी सक्षम समाज बनाने का काम कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि ब्रिक्स व्यापार परिषद सदस्य देशों के इन कार्यक्रमों को व्यवहारिक आकार देने में बड़ी भूमिका निभा रहा है।
ब्रिक्स देश की आर्थिक वृद्धि में ऊर्जा का संचार हुआ
मोदी ने ब्रिक्स सदस्य देशों द्वारा स्थापित बहुपक्षीय न्यू डेवलपमेंट बैंक(एनडीपी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए परिषद की प्रशंसा करते हुए कहा, “आपने जिस प्रकार कि साझेदारी की है और जिस प्रकार के नेटवर्क बनाए हैं, उससे प्रत्येक ब्रिक्स देश की आर्थिक वृद्धि में ऊर्जा का संचार हुआ है।
डिजिटल अर्थव्यवस्था की दिशा में परिषद द्वारा किए गए कार्य उल्लेखनीय
मोदी ने अपनी प्रशंसा में कहा कि ब्रिक्स व्यापार परिषद व्यापार और निवेश हासिल करने, कौशल विकास को बढ़ावा देने, आधारभूत संरचना विकास, लघु एवं मध्यम उद्यम (एसएमई) विकास, ई-कॉमर्स और डिजिटल अर्थव्यवस्था की प्राथमिकताओं पर खरा उतरा है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स रेटिंग एजेंसी की स्थापना, ऊर्जा सहयोग, हरित वित्त, और डिजिटल अर्थव्यवस्था की दिशा में परिषद द्वारा किए गए कार्य उल्लेखनीय हैं।
परिषद की बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने भी हिस्सा लिया।
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