लाल बहादुर ‘ शास्त्री के अनमोल विचार…
नई दिल्ली: आज पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के साथ भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस मना रहा है. भारतीय स्वतंत्र संग्राम के महान नेताओं में शामिल लाल बहादुर का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को यूपी के मुगलसराय में हुआ था. लाल बहादुर शास्त्री का जीवन सादगी, ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता का आदर्शपूर्ण उदाहरण है. नेहरू जी के निधन के बाद देश को एक नए प्रधानमंत्री की जरूरत पड़ी तो लाल बहादुर शास्त्री का नाम सामने आया और उन्हें भारत का प्रधानमंत्री बनाया गया .
शास्त्री जी के नेतृत्व में कृषि आंदोलन हुआ, जिसके कारण देश में खाद्य उत्पादन बढ़ा. लाल बहादुर शास्त्री ने श्वेत क्रांति के जरिए देश में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय अभियान चलाया. लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान-जय किसान का नारा दिया. तो आइये जानते हैं उनकी जयंती पर उनके आदर्श व्यक्तित्व के अनमोल विचारों को…
यदि कोई भी व्यक्ति हमारे देश में अछूत कहा जाता है तो भारत का सिर शर्म से झुक जाएगा.
लाल बहादुर शास्त्री
हमारी ताकत और मजबूती के लिए सबसे जरूरी काम है, लोगों में एकता स्थापित करना.
लाल बहादुर शास्त्री
देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने के बजाए गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा.
लाल बहादुर शास्त्री
हम खुद के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं.
लाल बहादुर शास्त्री
हमारी ताकत और मजबूती के लिए सबसे जरूरी काम है, लोगों में एकता स्थापित करना.
लाल बहादुर शास्त्री
जब तक हम अपने किसानों के अधिकारों का समर्थन नहीं करेंगे, तब तक विकास संभव नहीं.
लाल बहादुर शास्त्री
अहिंसा और शांति का पालन करें.
लाल बहादुर शास्त्री