भुवनेश्वर में शुरू हुआ प्रवासी भारतीय दिवस, पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन

प्रवासी भारतीय भी दें विकसित भारत में योगदानः विदेश मंत्री

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भुवनेश्वरः ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बुधवार को 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का आगाज हुआ. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस अवसर पर प्रवासी भारतीयों और भारतीय मूल के व्यक्तियों से विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया.
एस जयशंकर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मैं आपसे भारत को एक पर्यटन स्थल के रूप में प्रोत्साहित करने का आग्रह करता हूं. यदि भारतीय मूल के युवा विदेश से अपने दोस्तों को भारत की समृद्ध विरासत और विविध संस्कृति का अनुभव कराने लाएंगे, तो यह निश्चित रुप से एक आदत बन जाएगी.”
उन्होंने कहा कि चाहे स्वच्छ भारत मिशन हो, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना, आयुष्मान भारत या जल जीवन मिशन—इन सभी ने भारत में बड़े पैमाने पर परिवर्तन लाने का काम किया है.

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अंतरिक्ष में भारत की नई पहचान

जयशंकर ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग, आदित्य एल-1 मिशन और प्रस्तावित गगनयान अभियान वैश्विक स्तर पर भारत की प्रगति और प्रेरणा का प्रतीक हैं.

कार्यक्रम का उद्घाटन विदेश मंत्री एस. जयशंकर, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया, और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने किया. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन के मुख्य सत्र का उद्घाटन करेंगे, जबकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शुक्रवार को समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी.

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भारत की वैश्विक छवि में सुधार

इस मौके पर अमेरिकी प्रतिनिधि सरबजीत सिंह ढिल्लों ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति और बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा की सराहना की. उन्होंने कहा, “भारत ने महामारी के दौरान पूरी दुनिया को टीके और दवाइयां प्रदान कर अपनी साख और भरोसे को और मजबूत किया है.”

प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) भारत सरकार द्वारा हर दूसरे वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 2003 में हुई थी, जब पहला पीबीडी सम्मेलन 9 जनवरी 2003 को नई दिल्ली में आयोजित हुआ था. इस दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था.
वर्ष 2015 से, पीबीडी को संशोधित प्रारूप में हर दो वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है, जबकि अंतरिम वर्षों में थीम-आधारित सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं.

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