श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के मद्देनजर काशी से अयोध्या रूट पर 15 जनवरी तक 50 से अधिक रोडवेज बसों का संचालन किया जाएगा. वहीं प्राण-प्रतिष्ठा के बाद बसों की संख्या और भी बढ़ाई जाएगी. देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को दोनों आध्यात्मिक नगरों की यात्रा को जोड़ने में योगी सरकार बड़ी भूमिका निभाएगी. काशी से अयोध्या जाने वाली बसों में आधुनिक वाहनों का बेड़ा शामिल होगा. इस दौरान रोडवेज बसों के चालक-परिचालक यूनिफॉर्म में रहेंगे.
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यात्रियों के बढ़ने के साथ ही बढ़ेंगे बसों के फेरे
काशी विश्वनाथ धाम को सजाने-संवारने के बाद रामनगरी अयोध्या में रामलला के मंदिर के निर्माण से उत्तर प्रदेश आध्यात्मिक व पर्यटन के दृष्टिकोण से एक बार फिर नई फलक पर अग्रसर हुआ है. यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा ने बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वाराणसी से अयोध्या जाने वाले अंतरराष्ट्रीय और घरेलू यात्रियों की बड़ी तादाद में संख्या बढ़ने की संभावना है. ऐसे में प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ब्रांडिंग की जाएगी. इंटरनेशनल टूरिस्ट देश-प्रदेश और रोडवेज़ की अच्छी छवि लेकर जाएं, इसके लिए बीएस -6 मानक की नई बसें चलाए जाने की योजना है. वाराणसी से हर आधे घंटे पर सामान्य बस और एक घंटे पर एसी बसों की सुविधा मिलेगी.
आसपास के जिलों से भी अयोध्या जाएंगी बसें
क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि वाराणसी से अयोध्या के लिए अभी 4 से 5 बस चल रही है, जो 15 जनवरी तक बढ़ कर 50 से अधिक हो जाएगी. यात्रियों की संख्या को देखते हुए बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी. इसके अलावा वाराणसी के पास के जिलों से भी सीधे अयोध्या के लिए बस चलाने की योजना है.