चीन में 6 दशक के इतिहास में पहली बार जनसंख्या में गिरावट, जानें कारण
दुनिया में अगर जनसंख्या की बात की जाए तो सबसे अधिक आबादी वाला देश चीन है जो अभी जनसांख्यिकीय का सामना कर रहा है। पिछले छह दसको के बाद चीन में पहली बार जनसंख्या में कमी दिखी है। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के द्वारा मंगलवार को इस बात खुलासा हुआ है. चीन की जनसंख्या में पिछले साल से ही कमी होना शुरू हो गई थी। जानते है कि चीन में जनसंख्या कमी के कारण क्या है-
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, देश में पिछले साल की तुलना में 2022 के अंत तक आबादी 8,50,000 कम रही. यह ब्यूरो हांगकांग, मकाओ और स्वशासी ताइवान के साथ-साथ विदेशी निवासियों को छोड़कर केवल चीन की मुख्य भूमि की आबादी की गणना करता है.
BREAKING: China's population declines for first time in over six decades
— The Spectator Index (@spectatorindex) January 17, 2023
चीन में जनसंख्या घटने का कारण…
-चीन में लगातार घाट रही जनसंख्या का कारण कोरोना महामारी को माना जा रहा है. चीन का मानना है कि कोरोना महामारी के कारण शादियों में गिरावट दर्ज की गई है जिससे नए बच्चों के जन्म में वृद्धि नहीं हो पाई. चीन में कोरोना ने वापस से अपना खतरनाक रूप ले लिए है. यही वजह है कि लोगों की मृत्य दर बढ़ गई है और जन्म दर बिल्कुल कम हो गयी है.
-दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाले देश होने का तमगा चीन के पास काफी लम्बे समय है. जिसके कारण चीन ने जनसंख्या नियंत्रण का नियम बनाया और उसे सख्ती से लागू किया. नियन था कि एक जोड़ा एक ही बच्चा पैदा करेगा. सालों तक इस नियम का पालन कराया गया जिसके बाद नीति बदली और जोड़ो को दो बच्चे पैदा करने की छूट दी गई
-जब नियमों को सख्ती से लागू करने पर जनसंख्या में तेजी से गिरावट आने लगी. नतीजन, चीन ने संतुलन खोया और जिसके वजह से जन्म लेने वालों के मुकाबले बुजुर्गों की आबादी ज्यादा हो गई. सख्त नियमों के कारण यहां की जन्म दर घटती गई.
-चीन में आबादी कैसे घट रही है, इसे दो बातों से समझा जा सकता है. पहली जन्मदर और दूसरी मृत्यु दर. 2021 में यहां एक हजार लोगों पर 7.52 बच्चे पैदा हो रहे थे. 2022 में यह जन्म दर घटी और आंकड़ा 6.77 बच्चों तक पहुंच गया. चीन में जन्मदर घट रही है और मृत्यु दर बढ़ रही है. वर्तमान में देश में 1976 के बाद से सबसे ज्यादा मृत्यु दर बढ़ी हुई है. 2022 में यह बढ़कर 7.37 मौत प्रति एक हजार हो गई.
चीन की जगह लेगा भारत…
-ब्यूरो ने मंगलवार को बताया कि 1.041 करोड़ लोगों की मौत के मुकाबले 95.6 लाख लोगों के जन्म के साथ देश की आबादी 1.411.75 अरब रह गई. इनमें से 72.206 करोड़ पुरुष और 68.969 करोड़ महिलाएं हैं. चीन लंबे समय से दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश रहा है, लेकिन जल्द ही भारत के इसे पीछे छोड़ने की संभावना है.
-पिछली बार चीन की आबादी में गिरावट 1960 में आई थी. उस वक्त देश अपने आधुनिक इतिहास में सबसे खराब अकाल से जूझ रहा था, जो विनाशकारी माओत्से तुंग कृषि नीति के कारण हुआ था जिसे ग्रेट लीप फॉरवर्ड के रूप में जाना जाता है.
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