रोहिंग्या शरणार्थियों की सहायता के लिए आगे आया सुरक्षा परिषद
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मई महीने की अध्यक्ष पोलैंड के राजदूत जोआना रोनेका का कहना है कि वैश्विक संस्था को रोहिंग्या शरणार्थियों की मदद के लिए कुछ करना चाहिए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, जोआना ने इस सप्ताह की शुरुआत में बांग्लादेश में म्यांमा के रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों का दौरा करने के बाद गुरुवार को यह बयान दिया।
14 मई को सुरक्षा परिषद की बैठक होगी
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं को बताया, “जब आप पीड़ित लोगों को देखते हैं तो कुछ न कुछ तो करना पड़ेगा। प्रमुख सवाल यह है कि किस तरह मदद की जाए। रोनेका ने कहा कि इस स्थिति पर चर्चा के लिए 14 मई को सुरक्षा परिषद की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा संभव है कि समिति कोई पीआरएसटी पारित कर दे। शिविरों में रहना बहुत मुश्किल है।
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स्थितियां बहुत जटिल हैं क्योंकि बांग्लादेश में मॉनसून सीजन की वजह से हमेशा बारिश का जोखिम बना रहता है। ‘पीआरएसटी’ प्रस्ताव से कमतर एक मसौदा है, जिसे औपचारिक सुरक्षा परिषद बैठक में अध्यक्ष पढ़ता है और फिर यह संयुक्त राष्ट्र का आधिकारिक दस्तावेज बन जाता है।
क्योंकि बच्चों के साथ वे सर्वाधिक प्रभावित हैं
मॉनसून की शुरुआत हो गई है और कुछ क्षेत्रों में बाढ़ आई है, जिससे बीमारियों का खतरा बना हुआ है। रोनेका ने कहा, “मेरे पास विशेष रूप से महिलाओं से बात करने का मौका था क्योंकि बच्चों के साथ वे सर्वाधिक प्रभावित हैं।
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