..तो इसलिए आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं पुलिसकर्मी
उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात पुलिसकर्मियों के आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ महीनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिन्होंने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर क्या वजह है कि पुलिसकर्मियों को ड्यूटी करने से ज्यादा आसान मौत को गले लगाना दिखाई दे रहा है?
यूपी के कई ऐसे जिले हैं जहां से पिछले कुछ महीनों के अंदर कई ऐसी खबरें आईं जिनमें पुलिसकर्मियों ने फांसी लगाकर या फिर गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। पुलिसकर्मियों के आत्महत्या करने के पीछे एक बड़ी वजह ये भी हो सकती है कि उनको लगातार ड्यूटी करने का दबाव बनाया जाता है।
समय-समय पर उन्हें छुट्टियां दी जाएं
इसके साथ ही छुट्टी मांगने पर उन्हें छुट्टी नहीं दी जाती है। जिससे उनका मानसिक संतुलन सही नहीं रहता और वो मौत को गले लगा रहे हैं। आए दिन इस तरह के मामले पुलिस विभाग के आलाधिकारियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर क्यों ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा है जिससे उनका मानसिक संतुलन सही रहे और समय-समय पर उन्हें छुट्टियां दी जाएं।
Also Read : #BharatBandh : यूपी में आगजनी, एमपी में लगी धारा 144
इसके साथ ही 8 घंटे की ड्यूटी लगाई जाए। आईपीएस ने खाया जहरीला पदार्थ कानपुर में एसपी सिटी के पद पर तैनात आईपीएस सुरेन्द्र दास ने 5 सितंबर को जहरीला पदार्थ खा लिया झा जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। सुरेंद्र दास को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। सुरेंद्र की शादी सर्वोदय नगर स्थित ईएसआई निदेशालय में तैनात मेडिकल ऑफिसर डॉ. राघवेंद्र सिंह की बेटी डॉ. रवीना से नौ अप्रैल 2017 को हुई थी।
साहनी गोमतीनगर में एटीएस मुख्यालय में तैनात थे
शादी का समारोह लखनऊ में हुआ था। डॉ.रवीना का परिवार यहां निदेशालय कैंपस में ही रहता है। सर्विस रिवॉल्वर से खुद को मारी गोली यूपी एसटीएफ में एएसपी के पद पर तैनात राजेश साहनी ने 29 मई को अपनी सर्विस रिवाल्वर से अपने ऑफिस में ही खुद को गोली मार ली थी। पीपीएस अधिकारी राजेश साहनी गोमतीनगर में एटीएस मुख्यालय में तैनात थे।राजेश साहनी सुबह एटीएस मुख्यालय,गोमतीनगर पहुंचे और गनर मनोज से पिस्टल मंगाई। पिस्टल देकर गनर जैसे ही बाहर निकला। इस बीच साहनी ने दाए ओर कनपटी पर सटा कर गोली मार ली।
गोली की आवाज सुनकर बाहर खड़े कर्मचारी दौड़कर जब अंदर पहुंचे तो देखा खून से लथपथ राजेश साहनी अपनी कुर्सी पर पड़े हुए हैं। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई थी। मुरादाबाद में तैनात सिपाही ने लगाई फांसी मुरादाबाद जिले के थाना नागफनी में तैनात सिपाही सोमराज दिवाकर ने 19 जून को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सोमराज बहेड़ी थाना क्षेत्र के रूपपुर गांव के रहने वाले थे।
मोबाइल पर मैसेज डाला और फांसी पर झूल गया
सोमराज दिवाकर की शादी दिसम्बर 2017 को बरेली की रहने वाली युवती से हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद सिपाही को पता चला कि उसकी पत्नी के दो लोगों से संबंध हैं। जिसको लेकर उसने कई बार अपनी पत्नी को समझाया लेकिन जब वो नहीं मानी तो सिपाही ने खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब सिपाही ने सुसाइड किया था उस समय उसकी पत्नी मायके में थी।सोमराज 14 जून 2018 को ही तीन दिन की छुट्टी पर अपने घर आया था। आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें उसने पत्नी और दो अन्य लोगों को अपनी आत्महत्या का दोषी बताया था। सिपाही सोमराज ने आत्महत्या करने से पहले अपनी पत्नी के मोबाइल पर मैसेज डाला और फांसी पर झूल गया।
फैजाबाद के कुमार थाने में तैनात सिपाही ने की आत्महत्या हापुड़ जनपद के गढ़मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र के नया गांव के रहने वाले कांस्टेबल नीरज कुमार पिछले छह महीने से राम जन्मभूमि परिसर की ड्यूटी में तैनात थे। 25 वर्षीय नीरज फैजाबाद जनपद के कुमारगंज थाने में तैनात थे। नीरज ने 2016 बैच में पुलिस की नौकरी जॉइन की थी।
चोट के निशान मिलने से परिजन इसे हत्या बता रहे थे
8 दिसंबर को नीरज कुमार सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक की अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद वापस यलो जोन क्षेत्र स्थित एक आश्रम में पहुंचे और कुछ ही देर बाद उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। थाना परिसर में महिला ने लगाई फांसी उत्तर प्रदेश के बांदा में महिला सिपाही ने थाना परिसर में 4 सितंबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मिली जानकारी के मुताबिक महिला कांस्टेबल पिछले कई दिनों से बीमार चल रही थी। वहीं महिला के शरीर पर चोट के निशान मिलने से परिजन इसे हत्या बता रहे थे।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)