यूपी के पुलिस स्टेशनों में नहीं है बुनियादी सुविधाएं, रैंकिंग में हुआ खुलासा!
वैसे तो यूपी पुलिस देश का सबसे बड़ा सुरक्षा बल है लेकिन अगर तुलना देश के अन्य थाना पुलिस से की जाये तो रैंकिंग में बेहद पीछे है। दरअसल गृह मंत्रालय की ओर से देश के थानों की रैंकिंग के लिए तकरीबन 16 हजार थानों से फीडबैक लिया गया था, जिसमें यूपी के एक भी थाने का नाम शामिल है।
15 हजार 666 पुलिस थानों से थानों से लिया फीडबैक-
साल 2018 में देश के 15 हजार 666 पुलिस थानों से गृह मंत्रालय ने रैंकिंग के लिए फीडबैक लिया, जिसमें राजस्थान के कालू थाना को सर्वश्रेष्ठ स्थान मिला। वहीं दूसरे नम्बर पर अंडमान निकोबार के कैंपबेल थाना रहा और तीसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का पुलिस स्टेशन का नाम शामिल है।
गृह मंत्रालय ने की इन पॉइंट्स पर रैंकिंग-
बता दें कि ये रैंकिंग थानों में बुनियादी सुविधाओं के साथ विमिन हेल्प डेस्क, चाइल्ड फ्रेंडली रूम, आईटी रूम, फरियादियों के लिए वेटिंग एरिया, थानों का शानदार माहौल, सीसीटीवी कैमरा और फायर सेफ्टी फैसिलिटी आदि के तहत की गयी है। मंत्रालय ने अपराध को रोकने के दिशा में कदम, जांच, मामलों का निपटारा, और कानून-व्यवस्था बनाए रखने जैसे कई प्वाइंट्स पर थानों का रैंक बनाया।
यूपी का एक भी थाना रैंकिंग में नहीं-
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर में पहले अत्याधुनिक थाने का उद्घाटन कुछ दिनों पहले ही किया गया है। ऐसे में थानों में सुविधाओं को लेकर यूपी बेहद पिछड़ा हुआ है।
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