Bundelkhand Expressway: 296 KM लंबाई, 8 नदियों के ऊपर से गुजरेगा सेतु, जुलाई में उद्घाटन करेंगे PM मोदी
योगी सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में से एक बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 97 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है. इसका दावा यूपीडा के कार्यपालक अधिकारी और राज्य के अपर गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने किया है. अवनीश अवस्थी शनिवार को इटावा पहुंचे थे, जिसके बात उन्होंने इसकी जानकारी दी. इस दौरान उनके साथ कानपुर जोन के एडीजी भानु भाष्कर भी थे. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का बचा-कुचा काम 4 जुलाई तक पूरा करने को निर्देश दिये गये हैं. बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई के दूसरे हफ्ते में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर सकते हैं. इसी को लेकर कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है.
अवनीश अवस्थी हेलीकाप्टर से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के ककराही स्थिति निर्माणाधीन टोल प्लाजा पर पहुंचे. अधिकारियों ने यूपीडा के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की और कहा कि 5 दिन पहले दिए गए दिशा-निर्देशों पर कितना काम हुआ है उसकी जानकारी दें. यूपीडा के अधिकारियों ने उन्हें मौके पर चल रहे कार्यों का निरीक्षण कराया और उन्हें जल्द से जल्द कार्यों को पूरा करने की बात कही.
अवनीश अवस्थी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि वे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उपयोग करें और समय से अपनी मंजिल तक पहुंचे. टोल प्लाजा पर हो रहे कार्यों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह टोल प्लाजा अभी 2 दिन के अंदर तैयार हो जाएगा और यहां पर मशीनें भी लगा दी जाएंगी. पुलों के निर्माण में भी तेजी लाई जाएगी और जल्द से जल्द एक्सप्रेस-वे के कार्य को खत्म किया जाएगा.
अवनीश अवस्थी ने बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का 97 प्रतिशत से अधिक भौतिक कार्य पूरा हो चुका है. चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया और इटावा से होते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के सहारे देश की राजधानी दिल्ली से जुड़ेगा. 14849.09 करोड़ की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए वरदान से कम नहीं होगा. करीब 296 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे अभी 4 लेन का है और भविष्य में इसे 6 लेन तक विस्तारित करने की योजना है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट के भरतकूप से इटावा होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर कुदरैल के पास मिलेगा.
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बन जाने से बुंदेलखंड व अन्य एक्सप्रेसवे जैसे आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से अन्य जिलों से जुड़ जाएगा. एक्सप्रेसवे केन, बेतवा, बागेन, श्यामा, चन्दावल, बिरमा, यमुना और सेंगर नदियों के ऊपर से गुजरेगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 6 पेट्रोल पंप भी होंगे.