PM मोदी गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समापन में होगें शामिल, गोरखपुर में स्वागत की तैयारियां तेज…
गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को गोरखपुर आएंगे. सौ वर्ष के स्वर्णिम इतिहास में ऐसा पहली बार होगा. जब किसी प्रधानमंत्री का आगमन गीता प्रेस में होगा. इसी कड़ी में जिलाधिकारी और एसएसपी ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया. कई दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोरखपुर आगमन के कयास लगाए जा रहे हैं. लेकिन किसी न किसी वजह से उनका कार्यक्रम रद्द हो जा रहा था. हालांकि अब गोरखपुरवासियों के इंतजार की घड़ियां खत्म हो गई हैं. बता दे कि सम्मिलित होने को लेकर हरी झंडी मिल चुकी है।
प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू…
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर गुरूवार को डीएम कृष्णा करूणेश, एसएसपी डाॅ. गौरव ग्रोवर ने गीता प्रेस पहुंचकर जायजा लिया. डीएम कृष्णा करूणेश ने बताया, प्रधानमंत्री का 7-8 जुलाई को गोरखपुर में कार्यक्रम तय हुआ है.इसे लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. हालांकि, अभी पीएम के कार्यक्रम को लेकर पीएमओ से लिखित रूप से सूचना नहीं आई है. लेकिन, मौखिक रूप से मिली सूचना के आधार पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
गीता प्रेस प्रबंधन ने कहा बड़े सौभाग्य की बात है…
गीता प्रेस के प्रबंधक लालमणि तिवारी का कहना है. कि हमें भी जिला प्रशासन की तरफ से सूचना मिली है. कि प्रधानमंत्री जी का आगमन 7 जुलाई को होना सुनिश्चित हुआ है. इसको लेकर पहले से ही तैयारियां चल रही थीं. जिलाधिकारी और एसएसपी महोदय ने यहां आकर तैयारियों का निरीक्षण किया है. हमारे पास भी अभी कोई ऑफिशियल या लिखित सूचना नहीं है. कार्यक्रम और प्रधानमंत्री के स्वागत की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. जो कुछ शेष है उसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी का गीता प्रेस में आगमन हम सभी के लिए बड़े सौभाग्य की बात है. प्रबंधन उनका भव्य स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.अब तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, प्रधानमंत्री दोपहर 12 बजे गीता प्रेस आएंगे. उम्मीद है कि जल्द ही उनका मिनट-टू मिनट कार्यक्रम भी मिल जाएगा।
शिव महापुराण के विशिष्ट अंक का होगा विमोचन…
पीएम के आगमन पर गीताप्रेस की तरफ से श्री शिव महापुराण के विशिष्ट अंक के विमोचन की भी तैयारी की जा रही है. गीता प्रेस से प्रकाशित शिव महापुराण का विशिष्ट अंक छपकर तैयार हो गया है. 200 रंगीन शिव लीला चित्रों वाले इस विशिष्ट अंक का विमोचन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समापन समारोह के दौरान करेंगे। पहले संस्करण में 5 हजार पुस्तकें प्रकाशित की गई हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था शुभारंभ…
दरअसल, 1923 में स्थापित गीताप्रेस की शताब्दी वर्ष समारोह का औपचारिक शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल की उपस्थिति में 4 जून 2022 को किया था। तब श्री कोविंद ने गीताप्रेस का भ्रमण, यहां के लीलाचित्र मंदिर का अवलोकन करने के साथ ही आर्ट पेपर पर छपी श्रीरामचरितमानस के विशेष अंक व गीता तत्व विवेचनी का विमोचन किया था।
गीताप्रेस विश्व की सबसे बड़ी प्रकाशन संस्था….
धार्मिक और आध्यात्मिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिहाज से गीताप्रेस विश्व की सबसे बड़ी प्रकाशन संस्था है. घर.घर में श्रीरामचरितमानस व श्रीमद्भागवत ग्रंथों को पहुंचाने का श्रेय गीताप्रेस को ही जाता है. गीताप्रेस की स्थापना 1923 में किराए के भवन में सेठ जयदयाल गोयंदका ने की थी. विश्व विख्यात गृहस्थ संत भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार के गीताप्रेस से जुड़ने और कल्याण पत्रिका का प्रकाशन शुरू होने के साथ ही इसकी ख्याति उत्तरोत्तर वैश्विक होती गई. साहित्य प्रकाशन के माध्यम से सनातन धर्म और संस्कृति को बचाए रखने में इसकी भूमिका मंदिरों और तीर्थ स्थलों जितनी ही महत्वपूर्ण है। स्थापना काल से अब तक 92 करोड़ से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन गीताप्रेस की तरफ से किया जा चुका है।
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