तेल, गैस, लड़ाकू विमान, टैरिफ से लेकर अप्रवासन तक: मोदी-ट्रंप मुलाक़ात की छह बड़ी बातें

PM Modi US Visit: दो दिवसीय अमेरिकी दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में एक द्विपक्षीय बैठक हुई. बैठक के दौरान ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को अपना ‘दोस्त’ बताया और उनके नेतृत्व की सराहना की. वहीं, पीएम मोदी ने ट्रंप को राष्ट्रपति पद के लिए पुनः चुने जाने पर शुभकामनाएं दीं. इस ऐतिहासिक मुलाक़ात में व्यापार, रक्षा, और सुरक्षा से जुड़े कई अहम मुद्दों पर बातचीत की गई.  पीएम मोदी ने कॉन्फ़्रेंस के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के नारे ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ का ज़िक्र करते हुए कहा, ‘मेक इंडिया ग्रेट अगेन’, और जोड़ा, “जब मागा प्लस मागा मिलता है तो यह मिलकर मेगा हो जाता है.” उन्होंने दोनों लोकतंत्रों की समृद्धि के लिए एक मेगा पार्टनरशिप की बात भी कही और मोदी ने 2030 तक अमेरिका के साथ व्यापार दोगुना करने का भी लक्ष्य रखा.

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व्यापार और रक्षा सहयोग:

ट्रंप ने घोषणा की कि भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए अमेरिका से पहले से अधिक तेल, गैस और सैन्य हार्डवेयर खरीदेंगे, जिसमें F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमानों की बिक्री भी शामिल है. इससे दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को मजबूत किया जाएगा.

टैरिफ नीति:

ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अमेरिका भारत को पारस्परिक शुल्क (reciprocal tax) नहीं देगा. उन्होंने कहा, “जितना टैरिफ़ बाकी देश अमेरिका पर लगाते हैं, उतना ही टैरिफ़ हम भी उनपर लगाएंगे.” इस बयान से टैरिफ विवाद में संतुलन की उम्मीद जताई गई.

अवैध भारतीय आप्रवासी:

मोदी ने कहा कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे किसी भी भारतीय का सत्यापन होने पर भारत उन्हें प्रत्यर्पित करने के लिए पूरी तरह तैयार है. ट्रंप ने भी बताया कि अमेरिकी प्रशासन ने बिना दस्तावेज़ वाले भारतीय आप्रवासियों को भारत वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

मुंबई हमलों से जुड़े प्रत्यर्पण:

एक अहम घोषणा में ट्रंप ने कहा कि वे मुंबई हमलों से कथित तौर पर जुड़े तहव्वुर हुसैन राणा को भारत प्रत्यर्पित करेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग की नई दिशा स्थापित होगी.

रक्षा, तेल और गैस खरीद:

दोनों नेताओं ने कहा कि अमेरिका भारत का नंबर वन तेल और गैस आपूर्तिकर्ता बनने के साथ-साथ रक्षा सहयोग को दोगुना करने की योजना बना रहा है. ट्रंप ने कहा कि इस साल की शुरुआत से अरबों डॉलर की रक्षा बिक्री बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है.

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बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन और रूस-यूक्रेन संघर्ष:

बैठक में ट्रंप ने बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इसमें अमेरिकी डीप स्टेट की कोई भूमिका नहीं है, जबकि ट्रंप ने इस दिशा में दीर्घकालिक प्रयासों का जिक्र किया. साथ ही, मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष में बातचीत के पक्ष में अपनी बात रखी और कहा कि भारत शांति की पहल में हमेशा अग्रसर रहा है. हमने हमेशा यही कहा कि दोनों पक्षों की बैठकर आपस में बात करनी चाहिए.