एलआईयू रिपोर्ट आने के बाद भी नहीं जारी हुई नोटिस

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तन्वी अनस के पासपोर्ट मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। मीडिया में आ रही खबरों की मानें तो रीजनल पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने सभी नियम कानून को दरकिनार करते हुए तन्वी और अनस के पासपोर्ट को क्लीयरेंस दे दिया है। पीयूष वर्मा ने एडवर्ट रिपोर्ट को कैंसिल कर तन्वी और अनस के पासपोर्ट को क्लीयरेंस दिया है। ऐसा होने के बाद अब न तो पासपोर्ट रद्द होगा और न ही किसी तरह की कोई कार्यवाही की जाएगी। पीयूष वर्मा ने पुलिस, और एलआईयू की रिपोर्ट को दरिकनार करते हुए पासपोर्ट जारी कर दिया है। विभाग के पूर्व बड़े अधिकारी भी इस फैसले से हैरान हैं और उनका कहना है कि ऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि इस तरह से पासपोर्ट जारी किया गया है।

क्या कहता है नियम ?

नियम के मुताबिक एलआईयू की एडवर्ट रिपोर्ट आने के बाद तुरंत नोटिस जारी करना होता है लेकिन रिपोर्ट आने के कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक नोटिस नहीं जारी की गई है।

क्या था मामला ?

दरअसल राजधानी लखनऊ के रतन स्क्वायर में पासपोर्ट सेवा केंद्र में तन्वी सेठ नाम की महिला पासपोर्ट बनवाने गई थी। जिसपर महिला ने आरोप लगाया था कि पासपोर्ट अधीक्षक विकास मिश्र ने उनके धर्म के नाम पर उनका जमकर मखौल उड़ाया।

अपमान जनक व्यवहार से मुझे बहुत पीड़ा हुई है

इस घटना से दुखी तन्वी ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री से न्याय की मांग की थी। तन्वी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस में विकास मिश्रा द्वारा धर्म के नाम पर किये अपमान जनक व्यवहार से मुझे बहुत पीड़ा हुई है। महिला ने ट्वीट में लिखा था किसी आम नागरिक के सुविधा के लिए बनाये गये पासपोर्ट ऑफिस जैसी जगह पर इस तरह के व्यवहार की मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।

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उन्होंने लिखा कि शादी के बारह सालों में किसी ने कभी इस तरह अपमान नहीं किया जितना मुझे पासपोर्ट ऑफिस में अपमानित किया गया। मैं किसी भी धर्म के लड़के से शादी करूं ये मेरा व्यक्तिगत मामला है। मैं शादी के बाद किसी भी नाम का चुनाव करूं ये मेरा फैमिली मैटर है। इस मामले में किसी को भी किसी भी तरह की टिप्पणी करने का कोई हक नहीं है।

2007 में तन्वी ने अनस नाम के युवक से की थी शादी

तन्वी सेठ ने 2007 में दूसरे धर्म के युवक अनस सिद्दीकी से शादी की थी। उनकी छह साल की बेटी भी है। तन्वी का आरोप है कि जिस समय पासपोर्ट अधीक्षक उन्हें धर्म के नाम पर अपमानित कर रहे थे उस समय उनके साथी कर्मचारियों ने भी उनपर कई अपमान जनक बातें बोलीं। तन्वी ने आरोप लगाया था कि विकास मिश्र ने पेपर्स देखने के बाद दूसरे धर्म में यानि मुस्लिम से शादी करने के बारे में सवाल-जवाब करने लगे। इतना ही नहीं उन्होंने दोनों को एक ही उपनाम रखने की एडवाइस भी दे डाली थी।

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