भाईचारे की मिसाल : होली के मद्देनजर जुमे की नमाज का समय बदला

होली और जुमा एक ही दिन होने से मुस्लिम धर्मगुरु ने एक अनोखी अपील की है। उन्होंने होली के दिन जुमा की नमाज एक बजे के बाद अदा करने को कहा है। मुस्लिम धर्मगुरुओं का मानना है कि कई जगह पर हिंदू-मुस्लिम आबादी मिलीजुली है। वहां मस्जिदें होने के कारण एहतियात भी जरूरी है। साथ ही सावधान किया कि विवाद से बचने के लिए जहां रंग चल रहा हो ऐसी जगहों पर जाने से बचें।

गंगा जमुनी संस्कृति की मिसाल

ईदगाह ऐशबाग लखनऊ के इमाम और इस्लमिक सेंटर ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगीमहली ने आज कहा कि मैं तमाम मुसलमानों से अपील करता हूँ की वह नमाज़े जुमा एक बजे के बाद अदा करें जिससे किसी भी विवाद से तो बचा ही जाएगा साथ में गंगा जमुनी संस्कृति की मिसाल भी पेश होगी।

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उन्होंने कहा कि कई जगह पर आबादी मिली जुली है जहां पर मस्जिदें भी हैं ऐसे में एहतियात बहुत जरूरी है। उन्होने कहा की ईदगाह शबाग में भी नामज़ा 1.45 बजे होगी जो नियमित जुमा को 12 . 45 बजे होती थी।

जहां रंग चल रहा हो निकलने से बचे

शिया चाँद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने भी नमाज पढ़ने जाने वालों से अपील की है की वह सावधानी बरते और जितना संभव हो जहां रंग चल रहा हो वहाँ से निकलने से बचे और कहा की अपने रसूल स की सीरत जिस तरह रसूल स पर कूड़ा फेका जाता था लेकिन वह गुस्सा या फसाद नहीं करते थे बल्कि अच्छा व्यवहार किया उस तरह का व्यवहार करें और जहाँ तक संभव हो विवाद से बचे। उन्होंने कहा की अगर कोई रंग डाल दे तो फसाद या विवाद के बजाए वहाँ से चले जाएँ और कपड़े बदल लें।

दैनिक जागरण

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