कोरोना काल में ‘बीमार’ पड़े बनारस के अस्पताल, अब कैसे होगा इलाज?
कोरोना काल में बनारस के अस्पतालों की भयावह तस्वीर सामने आई है. आरोप है कि कबीरचौरा अस्पताल में इलाज के अभाव में एक मरीज (Patient) ने दम तोड़ दिया. लापरवाही का सिलसिला यही नहीं थमा. बेरहम कर्मचारियों ने मृतक का शव वार्ड में ही जमीन पर छोड़ दिया. घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. मौके पर पहुँची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया.
फर्श पर ही छोड़ा पेशेंट का शव
मरीज (Patient) की भतीजी मोनिका गुप्ता ने बताया कि उसने अपने चाचा को दो दिन पहले मण्डलीय चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट कराया था. चाचा को सांस लेने में दिक्कत थी. डॉक्टर द्वारा इलाज शुरू किया गया तो सिर्फ दो बोतल पानी ही चढ़ाया गया. इस बीच ज़ब उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया तो वो पॉजिटिव निकले. आरोप है कि मरीज के कोरोना पॉजिटिव होते ही अस्पताल के कर्मचारियों ने उससे दूरी बना ली. लावारिस की तरह उन्हें वार्ड के एक कोने में छोड़ दिया गया. परिजनों ने पेशेंट को बीएचयू रेफर करने कि कई बार गुहार लगाई लेकिन कर्मचारियों के कानों पर जूँ नहीं रेंगा.
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परिजनों ने लगाया डॉक्टरों पर आरोप
अस्पताल कर्मचारियों की अनदेखी से कुछ देर में ही मरीज की जान चली गई. बावजूद इसके डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा. घटना के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे. मौके पर पहुँची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. अस्पतालों में लापरवाही का सिलसिला बढ़ता जा रहा है. लगातार बढ़ते आंकड़ों से जहाँ अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है तो लोगों के सब्र का बांध भी टूट रहा है.
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