Panga Review: कंगना की कलाकारी का कमाल, हिंदी सिनेमा का नया ‘पंगा’
हिंदी सिनेमा में इन दिनों नायिकाओं का दौर चल रहा है। पहले दीपिका पादुकोण की ‘छपाक’ और अब कंगना रनौत की ‘पंगा’। ‘पंगा’ नए साल का नया सिनेमा है। इसे देखना खुद को जीवन की दौड़ में पूरे जोश से नया धक्का देने से कम नहीं है।
‘पंगा’ एक ऐसी कबड्डी खिलाड़ी जया निगम की कहानी है जो पहले कबड्डी टीम की कप्तान रही और अब रेलवे में नौकरी करती है। 32 साल की है और पति-बेटे के साथ भोपाल में रहती हैं।
32 साल की उम्र में किसी खिलाड़ी की मैदान पर वापसी आसान नहीं होती। ‘पंगा’ इन्हीं मुश्किलों को पार पाने की कहानी है। फिल्म को डायरेक्टर किया है ‘निल बटे सन्नाटा’ और ‘बरेली की बर्फी’ जैसी फिल्म डायरैक्ट कर चुकीं अश्विनी अय्यर तिवारी ने।
फिल्म में ऋचा चड्ढा एक मार्गदर्शक की भूमिका में दमदार दिखी हैं। उनके साथ ही नीना गुप्ता, स्मिता तांबे, जस्सी गिल, यज्ञ भसीन और मेघा बर्मन ने भी फिल्म को कबड्डी की आखिरी सांस तक खींच लाने में मजबूत सहारा दिया है।
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