फिलिस्तीनियों से छीनी गयी है उनकी जमीन – विदेशमंत्री एस. जयशंकर

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भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर इन दिनों मलेशिया दौरे पर हैं. इस दौरान गाजा में जारी इजरायल-हमास युद्ध पर पूछे गये एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों से उनकी मातृभूमि (जमीन) को छीना गया है. मलेशिया दौरे पर गए जयशंकर ने कुआलालम्पुर में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि हमास द्वारा 7 अक्टूबर के दिन इजराइल पर हमला पूरी तरह से आतंकवादी हमला था और इसपर सभी देशों की सहमति होनी चाहिए. उन्होंने आतंकवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता जताई. आगे फिलस्तीन लोगों के साथ जो हुआ उस पर भी टिप्पणी की. कहा कि फिलीस्तीन के लोगों के साथ जो हुआ वह भी ठीक नहीं है.

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मलेशियाई प्रधानमंत्री व विदेशमंत्री से भी की मुलाकात

विदेशमंत्री जयशंकर ने बुधवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मुलाकात की. द्विपक्षीय संबंधों के लिए मलेशिया के पीएम के दृष्टिकोण को सराहा. उन्होंने कहा कि इससे भारत और मलेशिया के संबंधों के लिए अधिक महत्वाकांक्षी एजेंडा तैयार करने में मदद मिलेगी. उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मुलाकात करना सम्मान की बात है. उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं. भारत-मलेशिया संबंधों के लिए उनके दृष्टिकोण से पारंपरिक और नए युग दोनों क्षेत्रों में हमें मजबूत रिश्ते के लिए एक अधिक महत्वाकांक्षी एजेंडा तैयार करने में मदद मिलेगी.
वहीं जयशंकर ने मलेशियाई विदेशमंत्री मोहम्मद बिन हाजी हसन से भी मुलाकात की. मलेशियाई विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि दोनों विदेश मंत्रियों ने सकारात्मक और स्पष्ट चर्चा की. बता दें कि जयशंकर सिंगापुर, फिलीपींस और मलेशिया की अपनी तीन देशों की यात्रा के तीसरे और आखिरी चरण में कुआलालम्पुर में हैं.

चीन से सामान्य रिश्तों पर भी रखी बात

जयशंकर ने मलेशिया की राजधानी में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के दौरान चीन के साथ भारत के संबंधों की वर्तमान स्थिति पर एक सवाल का जवाब दिया. कहा कि चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति तभी बहाल होगी जब सीमा पर सैनिकों की पहले की तरह तैनाती होगी यानी 2020 से पूर्व की स्थिति बहाल होगी. चीन के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए सिर्फ यही शर्त होगी.
इससे पहले चीन की ओर से बार-बार सताए जाने पर भारत की ओर से फिलीपींस को भी पूर्ण समर्थन भेजा गया था. बता दें कि फिलीपींस भारत से ब्रहमोस मिसाइल की खरीदारी करता है

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