भूख से बिलख रहा पाक, GDP गिरी धरातल में – लेकिन रक्षा बजट में बढ़ाया 13 प्रतिशत

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लखनऊ: जरा सोचिए कि आपके पास खाने को पैसे नहीं है, तो आप ऐसे में अपनी पाई-पाई भी सोच कर ही खर्चा करेंगे. लेकिन लगता है कि अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान के पास ये सोचने की क्षमता नहीं है. क्योंकि इस भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान अपने नागरिकों पर खर्चा करने के बजाय वो अपने रक्षा बजट पर खर्चा कर रहा है. पाकिस्तान की इकोनॉमी ने सिर्फ 0.29 फीसदी का ग्रोथ दर्ज की है. वहीं नागरिकों की कमाई में 11 प्रतिशत की गिरावट हुई है. पाकिस्तान की इकॉनमी में सर्विस सेक्टर का 60 प्रतिशत से भी ज्यादा का योगदान है. जहां इस सेक्टर ने भी 0. 8 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की है. इसके लिए इन सब का जिम्मेदार पूर्व पीएम इमरान खान को ठहराया जा रहा है.

पाकिस्तान सरकार ने आर्थिक संकट के बीच रक्षा बजट को 13 फीसदी बढ़ाया है. रक्षा पर खर्च करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने 1.8 खरब रुपए आवंटित किए हैं. जोकि पाकिस्तान के कुल जीडीपी का 1.7 प्रतिशत है. पिछले साल सरकार ने रक्षा बजट के तौर पर 1.57 खरब रूपए आवंटित किए थे. बाद में इसे 1.59 खरब रूपए कर दिया गया था. यह पैसे अगले एक साल में अलग-अलग सेक्टर में खर्चे जाएंगे.

आम जन जाति पर कोई ध्यान नहीं, सेना पर कर रहे खर्चा

हमेशा से ये बाद सुर्ख़ियों में रही है कि पाकिस्तान में हमेशा से सेना को सबसे ज्यादा पैसा दिया जाता है.मसलन, इस बार सेना के लिए 824 अरब रुपए का आवंटन हुआ है. वायु सेना को 368 अरब रुपए और नेवी को 188 अरब रुपए दिए गए हैं. हालिया बजट में आम नागरिकों को दरकिनार कर दिया गया है. पूर्व सैनिकों के लिए पेंशन को भी इस संकट में बढ़ाया गया है. मसलन, पिछले साल 446 अरब रुपए की तुलना में अब पेंशन के लिए 563 अरब रुपए का आवंटन है, जो 26 फीसदी ज्यादा है.

अगर रक्षा बजट का ब्रेक-अप देखें तो हम पाएंगे कि रक्षा प्रशासन के लिए 5.4 अरब रुपये, कर्मचारियों से संबंधित खर्चों के लिए 705 अरब रुपये, परिचालन के लिए 442 अरब रुपये, भौतिक संपत्तियों के लिए 461 अरब रुपये और सिविल कार्यों के लिए 195 अरब रुपये आवंटित किए गए हैं.

पाकिस्तान की आर्थव्यवस्था का बंटाधार…

पाकिस्तान की जीडीपी ने सिर्फ 0.29 प्रतिशत का ग्रोथ दर्ज की है. एग्रिकल्च सेक्टर ने इस संकट में भी 1.55 प्रतिशत की ग्रोथ देखी. वहीं इंडस्ट्रीज सेक्टर में 2.94 प्रतिशत की गिरावट है. इस बीच सर्विस सेक्टर में जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में 60 प्रतिशत का योगदान देता है, 0.86 प्रतिशत का ग्रोथ रहा. इंटरनेशनल मोनेट्री फंड ने पाकिस्तान की इकोनॉमी के 0.5 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया था. इससे भी कम ग्रोथ रहा है. संख्या के हिसाब से पाकिस्तान की इकोनॉमी अभी 84,657 अरब रुपए की है, जो पिछले साल के मुकाबले 27 प्रतिशत बढ़ी है.

 

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