IMF को खुश करने के लिए पाकिस्तान ने किया ये काम
IMF : पकिस्तान की अर्थववस्था इस समय अपने बेहद कठिन दौर से गुजर रही है। वहां के हालत इस समय बद से बदतर होते जा रहे है। IMF पकिस्तान की मदद करने के लिए बिलकुल राजी नहीं हो रहा है। इसी के वजह से पाकिस्तान ने कल यानि बुधवार की शाम को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को खुश करने के लिए गैस और पेट्रोल के दामों में ऐतिहासिक वृद्धि की है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि पाकिस्तान ने ऐसा इसलिए किया है ताकि IMF महत्वपूर्ण किश्तों को अनलॉक कर सके।
पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम में 22.20 रुपए की भारी वृद्धि की गई। शहबाज शरीफ सरकार के इस फैसले के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 272 रुपये प्रति लीटर हो गई है। साथ ही हाई-स्पीड डीजल की कीमत 17.20 रुपये की बढ़ोतरी के बाद 280 रुपये प्रति लीटर हो गई है। मिट्टी का तेल 12.90 रुपये की बढ़ोतरी के बाद अब 202.73 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध होगा। बताया गया कि नई कीमतें गुरुवार सुबह 12 बजे से लागू होंगी।
महंगाई दर में होगी बढ़ोतरी…
आपको बता दें कि पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में वृद्धि वाशिंगटन स्थित ऋणदाता की पूर्व शर्तों में से एक थी, जो पहले से ही रिकॉर्ड-उच्च मुद्रास्फीति में वृद्धि का कारण बनेगी, साथ ही ‘मिनी-बजट’ के माध्यम से किए गए नए राजकोषीय उपायों से भी इसमें वृद्धि होगी। इस बीच, ‘मिनी-बजट’ पेट्रोल की बढ़ोतरी के बाद पाकिस्तान में मुद्रास्फीति बढ़ने की उम्मीद है। मूडीज एनालिटिक्स से जुड़ी वरिष्ठ अर्थशास्त्री कैटरीना एल ने भविष्यवाणी की थी कि पाकिस्तान में मुद्रास्फीति 2023 की पहली छमाही में कम होने से पहले औसतन 33 प्रतिशत हो सकती है, और अकेले आईएमएफ से राहत मिलने से अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की संभावना नहीं है।
मिनी-बजट के माध्यम से, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के नेतृत्व वाली संघीय सरकार का उद्देश्य बजट घाटे को कम करना और अपने कर संग्रह को व्यापक बनाना है फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (FBR) ने एक एसआरओ जारी किया है, जिसमें 115 अरब रुपये के कर संग्रह के लिए मानक 17 प्रतिशत सामान्य बिक्री कर (जीएसटी) को बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है, जबकि शेष 55 अरब रुपये अन्य उपायों से उत्पन्न होंगे।
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