योगी जी, बचा लीजिए इस बेटी को…

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योगी जी…वो मेरे घर में अश्लील पत्र फेंकते हैं, मेरे साथ छेड़छाड़ करते है। मैं घर में कैद होकर रह गई हूं। शौहदों से परेशान एक पीड़िता ने सीएम योगी को पत्र लिखकर अपने सम्मान की रक्षा की गुहार लगाई हैं।

यूपी के बागपत से एक पीड़िता ने सीएम को पत्र लिख कर अपने सम्मान को बचाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भाजपा नेता के पुत्र समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद भी किशोरी के घर में अश्लील चिट्ठियां फेंकने का सिलसिला जारी है।

पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही

इससे हताश किशोरी ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर गुहार लगाई है। पीड़िता ने पत्र में लिखा है…’योगी जी, आप मेरे पिता समान हैं। मनचले मेरे पीछे पड़े हैं, जिससे मेरा सम्मान और सुरक्षा दोनों खतरे में है। खौफ के चलते मैं घर में कैद होकर जिल्लत की जिंदगी जीने को मजबूर हूं। भूख लगती है न प्यास। दबाव में काम कर रही पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही।मनचलों के खौफ से घर में कैद होकर रह गई छपरौली की किशोरी ने पुलिस से न्याय न मिलता देख मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है। खत में लिखा है कि-‘मेरे पिता और भाइयों ने चिट्ठी फेंकने का विरोध किया तो मनचलों ने उनकी पिटाई कर दी।

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आरोपितों में भाजपा जिलाध्यक्ष संजय खोखर का बेटा अक्षय खोखर के अलावा विपिन और आशीष का नाम भी लिखा है।पीडि़ता ने यह भी लिखा है कि-‘मैं दुखी हूं, ऐसी जिंदगी से बेहतर है कि मर जाऊं। आपने सरकार बनने के बाद कहा था कि बेटियों को सुरक्षा और सम्मान देंगे, लेकिन आपकी बेटी को न तो सम्मान मिल रहा और न ही सुरक्षा। एंटी रोमियो स्क्वाड भी कभी छपरौली में नहीं दिखा।

एसपी जयप्रकाश उसे इंसाफ दिलाने की बात कह रहे हैं

खत में पीडि़ता ने अपने स्कूल का नाम और पता लिखा है।मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के बाद सरकारी अमला घबराया हुआ है। एसपी जयप्रकाश उसे इंसाफ दिलाने की बात कह रहे हैं लेकिन उनके अधीनस्थ पुलिस अधिकारी सियासी दबाव में पीडि़त के पर ही दबाव बनाने में जुटे हैं। इसके लिए उसने पीडि़ता के भाई पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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