2.5 करोड़ की मेफेड्रोन संग एक गिरफ्तार, इस कोड नेम से होती है तस्करी
इस दवा को म्याऊं – म्याऊं से भी जाना जाता
वाराणसी: सिगरा थाने की पुलिस व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीफ) की स्थानीय व गाजीपुर इकाई की टीम ने नशीली दवाओं पर बड़ा एक्शन लिया है. इस संबंध में रविवार की रात कैंट स्टेशन के बाहर शिव मंदिर के पास से एक तस्कर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से करीब 440 ग्राम मेफेड्रोन सफेद पाउडर (नशीली दवा) समेत मोबाइल फोन एवं 2260 रुपये बरामद किये गये. पुलिस टीम के मुताबिक बरामद ड्रग की अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 2.5 करोड़ रुपये बतायी गयी. गिरफ्तार तस्कर की पहचान जौनपुर के मडियाहूं थाना क्षेत्र के सुभाषपुर निवासी 68 वर्षीय प्रेमचंद्र तिवारी के रूप में हुई है. इस दवा को म्याऊं – म्याऊं कोड नेम से भी जाना जाता है.
ऐसे आया गिरफ्त में
डीसीपी काशी प्रमोद कुमार ने सोमवार को गिरफ्तार आरोपित को मीडिया के सामने पेश करते हुए बताया कि जरिये मुखबिर सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति मुंबई से नशीली दवाओं की तस्करी कर वाराणसी समेत पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में व्यापार करता है. वह शिव मंदिर के पास ग्राहक का इंतजार कर रहा है. जानकारी मिलते ही सिगरा पुलिस व एएनटीएफ की संयुक्त टीम ने दबिश देकर उसे दबोच लिया. तलाशी में उसकी जेब से नकद व मोबाइल के अलावा हैंड बैग से एक सफेद पन्नी में रखा सफेद पाउडर मेफेड्रोन बरामद किया गया.
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पूछताछ में तस्कर ने पुलिस को बताया कि वह बरामद नशीली दवा मुंबई में किसी अन्जान व्यक्ति के माध्यम से खरीद कर अपने घर लाकर आसपास के शहरों व गांवों में अधिक मूल्य पर बेच देता है. इससे पहले भी एनडीपीएस के मामले में मडियाहूं थाने से दो वर्ष पूर्व जेल जा चुका है. महाराष्ट्र के कल्याण में भी उसके खिलाफ मामला दर्ज है. पुलिस ने बरामद मेफेड्रोन के संबंध में कागजात की मांग की तो उसे दिखाने में वह नाकामयाब रहा. वह बार- बार अपनी गलती के लिए माफी मांग रहा था. पुलिस ने उसके खिलाफ 8/22 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है.
क्या है मेफेड्रोन
बता दें कि ये मेफेड्रोन ड्रग हेरोइन और कोकीनसे भी ज्यादा नशीला होता है. इसे म्याऊं-म्याऊं कोड नेम से भी जाना जाता है. यह एक कृत्रिम रूप से उत्पादित एम्फ़ैटेमिन औरकैथिनोन उत्तेजक है जिसका प्रभाव एमडीएमए या कोकीन के बराबर होता है. मेफेड्रोन उस पदार्थ का वैज्ञानिक नाम हैजो प्राकृतिक रूप से पाया जाता है और शरीर के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है. दवा पीले रंग के साथ एक ऑफ- व्हाइट पाउडर की तरह दिखती है. एक पार्टी ड्रग के रूप में उपयोग किया जाता है. इसे आमतौर पर (नाक मार्ग के माध्यम से) सूंघा जाता है या निगल लिया जाता है (गोलियों और पाउडर के रूप में).