10 April History: आज ही के दिन ‘टाइटैनिक’ ने किया था अपना आखरी सफर

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आज के दिन से टाइटैनिक जहाज का एक गहरा नाता है. दरअसल आज की के दिन यानि 10 अप्रैल 1912 को अपने समय का सबसे विशालकाय जहाज डूब गया था. यह बदकिस्मत जहाज 10 अप्रैल के दिन ही ब्रिटेन के साउथेम्पटन बंदरगाह से अपनी पहली और अंतिम यात्रा पर रवाना हुआ था. वैसे भी जब हम इस जहाज का नाम सुनते है तो इससे जुड़ी तमाम घटनाए हमारे आँखों के सामने गुजर जाते है. वैसे तो इस जहाज की हकीकत को वर्ष 1997 में आई मूवी टाइटैनिक ने धुंधले कर दिए और याद रह गई जेम्स कैमरन की यह शानदार फिल्म, विशाल जहाज के डैक पर बांहें फैलाए खड़े लियोनार्डो डी कैप्रियो और केट विंस्लेट, नीले हीरे वाली माला और पानी का रौद्र रूप। देश दुनिया के इतिहास में 10 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है…

 

 

 

TItanik से जुड़े कुछ रोचक तथ्य…

Titanic जहाज ब्रिटैन का था जो अपने समय में सबसे बड़ा जहाज था, जिसका मालिक White Star Line था. इसे Harland and Wolff कंपनी के द्वारा बनाया गया था.

इस विशालकाय जहाज को बनाने में 3000 से ज्यादा की भारी-भरकम टीम लगी थी. वर्ष 1909 की इसको बनाने का काम स्टार्ट हुआ था और इसे 26 महीनो बाद 1911 में पूरी तरह बना के तैयार कर दिया गया था. इसको बनाने के दौरान 2 लोगों की मौत भी हो गई थी और करीब 246 लोग घायल हुए थे.

White Star Line ने इस जहाज के लिए Harland and Wolff को 17 सितंबर 1908 को ऑर्डर दिया था. जिसके बाद यह तैयार होकर 10 अप्रैल 1912 को अपनी पहले सफर पर निकला था.

Titanic ने 10 अप्रैल 1912 को इंग्लैंड के साउथैम्पटन से अमेरिका के न्यूयॉर्क के लिए अपनी पहली यात्रा शुरू की थी, जो बीच यात्रा के दौरान ही 15 अप्रैल को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. साउथैम्पटन से न्यूयॉर्क की यात्रा इस जहाज की पहली और आखिरी यात्रा थी.

Titanic की अटलांटिक महासागर में स्थित विशाल हिमखंड के साथ 14 अप्रैल की रात 11.40 बजे टक्कर हुई थी. टक्कर के करीब 2 घंटे और 40 मिनट के बाद यानि 15 अप्रैल को वह अटलांटिक महासागर में पूरी तरह से डूब गया.

भाप से चलने वाले Titanic की पहली यात्रा में कुल 2240 लोग शामिल थे, जिनमें यात्रियों के साथ क्रू मेंबर और अन्य स्टाफ भी शामिल था. इस हादसे में 1500 से भी ज्यादा लोग अटलांटिक महासागर में डूब कर मर गए थे.

टाइटैनिक जहाज की कुल लंबाई करीब 270 मीटर थी. यदि इसे खड़ा कर दिया जाता तो इसकी ऊंचाई, उस समय की सभी इमारतों से भी ज्यादा ऊंची होती. इस जहाज की ऊंचाई 17 मंजिला इमारत जितनी थी. यह उस समय का सबसे बड़ा यातायात का साधन था.

टाइटैनिक जहाज का पूरा नाम RMS Titanic था, इसमें RMS का मतलब Royal Mail Ship था. हादसे के वक्त यह विशाल जहाज जमीन से करीब 640 किमी की दूरी पर था. लिहाजा, तत्काल प्रभाव से मदद नहीं पहुंचाई जा सकती थी.

इतिहास के पन्नो में दर्ज कुछ और महत्वपूर्ण घटनाएं…

1847: पुलित्जर पुरस्कारों के प्रणेता अमेरिकी पत्रकार एवं प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर का जन्म.

1875: स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्यसमाज की स्थापना की.

1894: भारतीय उद्योगपति घनश्यामदास बिड़ला का जन्म.

1912: टाइटैनिक ब्रिटेन के साउथेप्टन बंदरगाह से अपनी पहली और आखिरी यात्रा पर रवाना हुआ.

1916: पहले गोल्फ टूर्नामेंट का प्रफेशनल तरीके से आयोजन.

1930: पहली बार सिंथेटिक रबर का उत्पादन हुआ.

1972: ईरान में भूकंप से करीब 5 हजार लोगों की मौत.

1973: पाकिस्तान ने संविधान में संशोधन कर जुल्फिकार अली भुट्टो को राष्ट्रपति के स्थान पर प्रधानमंत्री बनाया.

1982: भारत के बहुउद्देशीय उपग्रह इनसेट- 1 ए का सफल प्रक्षेपण.

1988: पाकिस्तान के रावलपिंडी और इस्लामाबाद के बीच घनी आबादी वाले एक इलाके में सेना के शस्त्र भंडार में आग लगने से जान माल का भारी नुकसान हुआ। कम से कम 90 लोगों की मौत। एक हजार से ज्यादा घायल.

1995: भारत रत्न से सम्मानित भारत के पांचवें प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का निधन.

2001: नीदरलैंड ने एक विधेयक को मंजूरी देकर इच्छा मृत्यु को मंजूरी दी। वह इस तरह का कानून बनाने वाला वह दुनिया का पहला देश बना.

2002: 15 सालों में पहली बार लिट्टे के सुप्रीमो वी. प्रभाकरन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया.

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