विधानसभा में राम गोविंद चौधरी की तबीयत बिगड़ी
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के पहले पूर्ण बजट सत्र के सातवें दिन आज नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी की तबीयत खराब हो गई। उनको तत्काल लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में भर्ती कराया गया। अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की तबीयत बिगड़ी। अब 26 फरवरी को होगी अभिभाषण पर चर्चा। शुक्रवार को पेश होगा बजट।
गोविंद चौधरी की तबीयत खराब हो गई
26 को नेता सदन अभिभाषण पर देंगे वक्तव्य।विधानसभा में बजट सत्र के दौरान आज नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उनको तत्काल स्ट्रेचर पर लेकर सिविल अस्पताल लाया गया। विधान भवन के अंदर से उनको एक दर्जन विधायकों ने स्ट्रेचर पर लादकर एंबुलेंस में पहुंचाया। इसके बाद उनको सिविल अस्पताल लाया गया। जहां पर भी कई विधायकों ने एंबुलेंस के स्ट्रेचर से उनको आइसीयू में पहुंचाया। सिविल अस्पताल के आइसीयू में जांच के बाद राम गोविंद चौधरी को विधायकों ने घेर लिया। उन्होंने वहां पर विधायकों से वार्ता भी की।
विधानसभा में नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी की गुरुवार को भाषण देते समय हालत बिगड़ गई। उनकी तबीयत को देखते हुए चौधरी को तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। चौधरी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। यह देख कर अन्य नेताओं के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी तुरंत उनके पास पहुंचे और उनकी हालत देखकर उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी की सदन में कार्यवाही के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद समाजवादी पार्टी नेता को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी की तबीयत बिगड़ने की वजह से 10 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। बता दें कि चौधरी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे।
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इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद रामगोविंद चौधरी के पास पहुंचे और तुरंत चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दे दिए। विधानसभा में कार्यरत स्टाफ चौधरी को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा, जहां पर डॉक्टरों ने उनका उपचार तुरंत शुरू कर दिया।इसी के साथ विधानसभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए रोक दी गई। विधानसभा का स्टाफ श्री चौधरी को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा। जहां पहले अलर्ट डाक्टरों की टीम ने उन्हें अपनी निगरानी में ले लिया। उनका इलाज फिलहाल जारी है।विधानसभा में बजट सत्र पर चर्चा चल रही थी। इसी दौरन ही राम गोविंद चौधरी की तबियत खराब हुई।
समाजवादी पार्टी के विधायक राम गोविंद चौधरी को अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया था। अखिलेश यादव ने आजम खान और शिवपाल यादव की अनदेखी करते हुए विपक्षा का नेता नियुक्त किया था। 1977 में पहली बार चिलकहर विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। मौजूदा में बलिया जिले के बंसदीह सीट से जीतकर आए हैं। जयप्रकाश नारायण और चंद्रशेखर के साथ इनके पास काम करने का अनुभव है।
आपात काल में राम गोविंद चौधरी 1977 में जेल भी गए थे।रामगोविंद चौधरी की तबीयत खराब होने की सूचना पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह तत्काल उनको देखने सिविल अस्पताल पहुंचे। अब उनको डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान गोमतीनगर, शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।उधर कानपुर में आर्यनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी ने प्रदेश की राजधानी के सिविल अस्पताल में अव्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यहां पर तो नेता प्रतिपक्ष को स्ट्रेचर तक नही मिला। एम्बुलेन्स का स्ट्रेचर निकालकर चार विधायकों ने उनको आइसीयू तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि इस सरकार में चिकित्सा व्यवस्था ध्वस्त है।
हालत में हुआ सुधार
हालकि मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार अब राम गोविंद चौधरी की हालत में सुधार है।
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