तेजी से नये पथ पर बढ़ रहा है भारत : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से चार साल में अब तक का सबसे छोटा भाषण दिया। मोदी ने अपने पिछले रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में कहा था कि उन्हें लोगों के शिकायत भरे पत्र मिले थे कि उनके स्वतंत्रता दिवस के भाषण बहुत लंबे होते हैं।
86 मिनट और 2016 में 94 मिनट का भाषण दिया
मोदी ने जुलाई में ‘मन की बात’ में वादा किया था कि उनका इस बार का स्वतंत्रता दिवस भाषण छोटा होगा।मोदी ने अपने वादे पर कायम रहते हुए इस बार सिर्फ 54 मिनट का भाषण दिया, जो 2014 में उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद से लेकर अब तक उनका सबसे छोटा भाषण है। उन्होंने 2014 में 65 मिनट, 2015 में 86 मिनट और 2016 में 94 मिनट का भाषण दिया था।
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समर्थन नहीं किया जाना चाहिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रत्यक्ष तौर पर गोरक्षकों पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी आस्था के नाम पर हिंसा करने जैसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं। उन्होंने लाल किला पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए अपने भाषण में कहा, “आस्था के नाम पर हिंसा प्रसन्न होने की बात नहीं है। भारत में यह स्वीकार नहीं किया जाएगा। भारत शांति, एकता और सौहार्द का देश है। जातिवाद और सांप्रदायिकता से हमें कुछ लाभ नहीं होगा।” मोदी ने कहा, “जातिवाद और सांप्रदायिकता का जहर हमारे देश के लिए कभी फायदेमंद साबित नहीं हो सकता और इसका समर्थन नहीं किया जाना चाहिए।”
हिस्सों को और विकास करना…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा, ‘हम देश को विकास के एक नए पथ पर ले जा रहे हैं और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।’ स्वंतत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा सहित पूर्वी राज्यों और पूर्वोत्तर पर महत्वपूर्ण ध्यान दे रही है क्योंकि इन हिस्सों को और विकास करना है।
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