वाराणसी. नए साल के जश्न में धरती के आकाश में भी खास खगोलीय घटनाएं देखने को मिलेंगी. सौरमंडल के दो पड़ोसी ग्रह शुक्र और मंगल आने वाले दिनों में अपनी अद्भुत स्थिति से अंतरिक्ष प्रेमियों को आकर्षित करेंगे. यह नजारा न केवल खगोल विज्ञान के शोधकर्ताओं के लिए खास होगा, बल्कि आम लोग भी इसे आसानी से देख पाएंगे.
10 जनवरी को दिखेगा चमकता शुक्र
10 जनवरी की शाम को शुक्र ग्रह अपनी कक्षा में सूर्य से सबसे दूर होगा और 47 डिग्री के कोण पर दक्षिण-पश्चिम आकाश में चमकता नजर आएगा. यह दृश्य सूर्यास्त के तुरंत बाद बिना किसी दूरबीन के नंगी आंखों से भी देखा जा सकेगा.
युवा खगोल वैज्ञानिक वेदांत पांडेय ने बताया कि यह अवसर हर 10-12 साल में एक बार आता है. यह शुक्र और पृथ्वी की कक्षाओं की स्थिति के कारण संभव होता है.
ALSO READ: Tirupati Temple: हादसे में अब तक 6 की मौत, 40 घायल, पीएम व सीएम दुखी
12 जनवरी को मंगल का अद्भुत नज़ारा
12 जनवरी की रात मंगल ग्रह पृथ्वी के सबसे करीब होगा और इसे एक लाल रंग के चमकदार तारे के रूप में पूरी रात देखा जा सकेगा. मंगल हर दो साल में पृथ्वी के पास आता है, लेकिन इस बार यह 16 जनवरी को पृथ्वी और सूर्य के साथ एक सीधी रेखा में होगा. इस समय मंगल की पृथ्वी से दूरी लगभग 96,084,099 किलोमीटर होगी. इतना चमकदार मंगल दोबारा साल 2027 में दिखेगा.
आईयूका केंद्र की तैयारी
बीएचयू के भौतिकी विभाग में स्थित आईयूका (इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स) के वैज्ञानिक और छात्र इन खगोलीय घटनाओं का अध्ययन करने के लिए तैयार हैं. केंद्र समन्वयक डॉ. राज प्रिंस ने बताया कि इन घटनाओं को लाइव दिखाने और ग्रहों की कक्षाओं के बारे में छात्रों को जागरूक करने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे. साफ मौसम की स्थिति में इन घटनाओं की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
ALSO READ: संभल में 47 साल पहले हुए दंगों की जांच शुरू, कमीश्नर ने बुलाई बैठक
नए साल का खगोलीय तोहफा
21 जनवरी 2025 से लगभग चार सप्ताह तक ‘प्लेनेटरी परेड‘ नामक खगोलीय घटना घटित होगी, जिसमें शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, वरुण (नेपच्यून) और अरुण (यूरेनस) एक साथ आकाश में दिखाई देंगे. भारत में यह दृश्य सूर्यास्त के बाद लगभग रात 8:30 बजे से देखा जा सकेगा. धरती इन घटनाओं के जरिए साल 2025 की शुरुआत में अद्भुत खगोलीय दृश्यों की साक्षी बनेगी.