97 साल की उम्र में कर रहा है ये शख्स पोस्ट-ग्रैजुएशन

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कहते हैं इंसान को सीखने के लिए किसी उम्र का मोहताज नहीं होना चाहिए। क्योंकि सीखने की न तो कोई उम्र होती है न ही कोई सीमा। खासकर जब आप पढ़ाई करने की सोच रहे हों तब आप उम्र के किसी भी पढ़ाव से गुजर रहे हों कोई मायने नहीं रखता। बस किसी भी चीज को सीखने के लिए जोश और जुनून की जरुरत होती है। कुछ ऐसी ही बयां कर रही है राजकुमार कुमार वैश्य की  कहानी।

राजकुमार वैश्य एक रिटायर्ड अधिकारी हैं और उनके पढ़ने की लालसा को इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने 97 वर्ष की आयु में वो फिर से पढ़ने के लिए विश्वविद्यालय में दाखिला ले चुके हैं। आगरा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट और कानून की पढ़ाई करने वाले राज कुमार वैश्य ने साल 2015 में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के मास्टर्स डिग्री प्रोग्राम इकोनॉमिक्स में एडमिशन लिया।

इस उम्र में पढ़ाई दोबारा शुरू करने वाले वो पहले व्यक्त‍ि हैं,‍ जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। राज कुमार इकोनॉमिक्स में MA कर रहे हैं और इस साल उनका कोर्स पूरा हो जाएगा। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी वयस्क व्यक्त‍ि को वापस स्कूल में दाखिला लेता देखा गया है, पर इस उम्र में पढ़ाई शुरू करने का ऐसा मामला निश्च‍ित तौर पर पहली बार आया है।

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लेकिन, ऐसा करने के पीछे राज कुमार का एक मकसद है। दसअसल, राज कुमार ने सिर्फ ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की थी और काफी लंबे समय से वो MA डिग्री हासिल करना चाहते थे, जो अब जाकर पूरा होने वाला है। वापस पढ़ाई की दुनिया में लौटने का उनका यह पहला कारण है। राज कुमार ने दूसरा कारण बताते हुए कहा कि मैं यह जानना और समझना चाहता हूं कि हमारा देश गरीबी जैसी समस्या के खिलाफ लड़ने में क्यों फेल हो गया।

राज कुमार हालांकि साल 1938 में आगरा यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा कर चुके हैं और वहीं से उन्होंने कानून की पढ़ाई भी की। लेकिन परिवार की बढ़ती जिम्मेदारियेां की वजह से वो एमए नहीं कर सके। राज कुमार कहते हैं कि अब मैं अपने सपने को पूरा करने के बेहद करीब हूं।

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