नूंह हिंसा : डिप्टी सीएम का प्रशासन पर आरोप, ‘स्थिति का आंकलन करने में असफल रहा प्रशासन’
हरियाणा के नूंह में सोमवार को जलाभिषेक यात्रा में हुई हिंसा को लेकर अब हरियाणा की मनोहर सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। नूंह में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद जागा पुलिस-प्रशासन भले ही अब एक्शन मोड में आकर आरोपियों की गिरफ्तारी करता दिख रहा है। लेकिन हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है। डिप्टी सीएम ने कहा है कि नूंह हिंसा को लेकर स्थिति को भांपने में हरियाणा प्रशासन असफल रहा।
डिप्टी सीएम ने प्रशासन पर मढ़ा दोष
नूंह हिंसा के बाद मनोहर सरकार ने घरों से पत्थर चलाने वाले दंगाईयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। मनोहर सरकार ने दंगाईयों के घरों पर बुलडोजर चलाकर उनके घरों को जमींदोज कर दिया। इसके साथ ही नूंह हिंसा में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो रही है। पुलिस हिंसा के दौरान वायरल हुए वीडियो के आधार पर उग्रवादियों की पहचान कर रही है। लेकिन इसके बाद भी नूंह हिंसा को लेकर प्रशासन और सरकार पर कई सवाल उठ रहे हैं। हैरत की बात ये है कि हरियाणा प्रशासन पर सवाल खुद हरियाणआ के डिप्टी सीएम ने उठाया है।
स्थिति को भांपने में प्रशासन से हुई चूक
नूंह हिंसा मामले में हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पुलिस-प्रशासन पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन स्थिति का आकलन नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि चौटाला ने कहा कि प्रशासन नूंह में स्थिति को भांपने में असफल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जिला प्रशासन के पास जलाभिषेक यात्रा में 3200 लोगों के पहुंचने की रिपोर्ट थी, लेकिन यह भी जांच का विषय है कि इससे अधिक हजारों लोग कैसे वहां पहुंच गए और कैसे प्रशासनिक अधिकारी स्थिति बिगड़ने को भांप नहीं सके। दुष्यंत चौटाला ने प्रशासनिक विफलता की बात कहते हुए कहा कि प्रशासन के अधिकारी किसी भी स्थिति का सही ढंग से आकलन नहीं कर पाए। यह जांच का विषय है। दुष्यंत चौटाला ने नूंह में हुए दंगों पर कहा कि प्रदेश सरकार ने तीन से सात घंटे के भीतर स्थिति को नियंत्रण में कर अनुकरणीय उदाहरण दिया है, जबकि कई राज्य ऐसे हैं, जहां ऐसे दंगे दो से तीन दिनों तक में भी नियंत्रित नहीं हो पाते।
बालिग-नाबालिग दोनों पर होगी कार्रवाई
उप मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि किसी को हटाने या किसी को लगाने से समस्या हल नहीं होती। अब हमने वहां आइआरबी की बटालियन स्थाई रूप से नियुक्त कर दी है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा, ‘नूंह दंगों में जो भी शामिल थे, चाहे वह नाबालिग हो या बालिग, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि नूंह दंगे सुनियोजित थे। इसमें किसी राजनीतिक दल का हाथ है या नहीं, यह व्यापक जांच का विषय है, जो कि एडीजीपी कानून व्यवस्था के नेतृत्व में चल रही है।’
जलाभिषेक यात्रा पर भड़की थी हिंसा
गौरतलब है कि हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद के जलाभिषेक यात्रा के दौरान साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। दंगाईयों ने घरों से यात्रा पर पत्थर फेंके थे। जिसके बाद दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई। भीड़ में शामिल दंगाईयों ने गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। इस घटना में 2 होमगार्ड्स समेत 6 लोगो की मौत हो गई थी। इस मामले में अब तक 142 एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें 312 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस प्रशासन हिंसा के वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी करने में जुटी है। इसके साथ ही पत्थर फेंकने वाले आरोपियो के घरों पर बुलडोजर भी चलाया जा रहा है।
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