‘चुनाव लड़ने का 1 पर्सेंट मूड नहीं’ – कैलाश विजयवर्गीय

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एमपी विधानसभा चुनाव में इंदौर – 1 सीट से हटाए गए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने फिर से चुनाव लड़ने से इंकार किया है। उन्होने कहा कि, उनकी एक पर्सेंट इच्छा भी चुनाव लड़ने की नहीं है। वह तो सिर्फ पार्टी के लिए रैलियां करना चाहते थे। हर दिन 8 रैलियां करने का प्लान बना लिया था। हालांकि, इस दौरान जब उनके एक समर्थक ने कहा कि, वह सीएम बन जाएंगे तो कैलाश मुस्कुराहट नहीं रोक सके और बात टालने के लिए भारत माता की जय के नारे लगाने लगे।

कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव प्रचार का किया आगाज

बीते मंगलवार को इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव प्रचार के आगाज किया गया है। इस दौरान वे गणेश मंदिर में पूजा – अर्चना के लिए भी पहुंचे थे, जहां कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘उनकी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं थी, लेकिन ईश्वर की इच्छा के मुताबिक ऐसा कर रहे हैं। कैलाश ने कहा, ‘इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मेरी लड़ने की इच्छा नहीं, एक पर्सेंट भी इच्छा नहीं थी। एक माइंडसेट होता है ना लड़ने का। अपने को तो, बड़े नेता हो गए अब (हंसते हुए) तो हाथ जोड़ना। भाषण देना और निकल जाना, भाषण देना और निकल जाना यह सोचा था हमने तो। हमने तो प्लान बनाया था कि रोज 8 सभा करनी है, 5 हेलिकॉप्टर से और तीन कार से।’

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ईश्वर की इच्छा थी मैं फिर उम्मीदवार हूं – कैलाश विजयवर्गीय

इसके आगे बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, ‘पूरा प्लान बना लिया था, लेकिन आप जो सोचते हैं वह होता कहां है, भगवान की जो इच्छा होती है वही होता है। भगवान की ऐसी इच्छा थी कि मैं चुनाव लड़ूं, फिर जनता के बीच में जाऊं। ईश्वर की इच्छा थी मैं फिर उम्मीदवार हूं। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं उम्मीदवार हूं। सच कह रहा हूं, मुझे लग ही नहीं रहा कि मुझे टिकट मिल गया और मैं उम्मीदवार बन गया।’

सीएम की बात पर हुए खुश

विजयवर्गीय ने ईश्वर की इच्छा के मुताबिक उम्मीदवार बन जाने की बात कही तो पास में खड़े उनके किसी समर्थक ने कहा कि ‘सीएम भी बन जाओगे आप’। यह सुनकर कैलाश विजयवर्गीय एक पल को ठहरे, मुस्कुराए और फिर भारत माता की जय के नारे लगाने लगे।

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