रसायन में नोबेल पुरस्कार हुआ ऐलान, इन तीन लोगों को दिया जाएगा पुरस्कार, जानें क्यों ….

0

नोबेल पुरस्कार 2023 के रसायन क्षेत्र के विजेताओं के नाम का आज ऐलान किया गया है। इस वर्ष यह पुरस्कार संयुक्त रूप से मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मौंगी जी. बावेंडी, कोलंबिया विश्वविद्यालय से लुईस ई. ब्रूस और नैनोक्रिस्टल टेक्नोलॉजी में काम करने वाले एलेक्सी आई. एकिमोव को दिया गया है। यह पुरस्कार ‘क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए के लिए दिया गया है।

इनको जाएगा चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार

बीते सोमवार को फिजियोलॉजी या मेडिसिन क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार हासिल करने वाले विजेताओ का नाम जारी किया गया था। इस साल कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को चिकित्सा का नोबेल दिया गया। इन्हें न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों से संबंधित उनकी खोजों के लिए यह सम्मान दिया गया। इस खोज की वजह से कोरोनावायरस यानी सीओवीआईडी-19 के खिलाफ प्रभावी एमआरएनए टीकों के विकास में मदद मिली।

भौतिकी का नोबेल संयुक्त रूप से इन्हें मिला

इसके बाद मंगलवार को भौतिकी के नोबेल पुरस्कार का एलान किया गया। इस श्रेणी के लिए 2023 का नोबेल प्राइज संयुक्त रूप से पियरे ऑगस्टिनी, फेरेंस क्राउसज और एनी एल’हुलियर को दिया गया। इलेक्ट्रॉन्स पर अध्ययन के लिए यह सम्मान दिया गया। अवॉर्ड उन प्रायोगिक तरीकों के लिए दिया गया, जिसमें पदार्थ में इलेक्ट्रॉन की गतिशीलता के अध्ययन के लिए प्रकाश के एटोसेकंड पल्स उत्पन्न किए गए।

नोबेल पुरस्कार क्या है?

नोबेल पुरस्कार एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है जो छह अलग-अलग क्षेत्रों में दिया जाता है. ये उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने पिछले वर्ष के दौरान मानव जाति को सबसे बड़ा लाभ पहुंचाया है.” मूल रूप से यह पुरस्कार फिजिक्स, केमिस्ट्री, साइकॉलजी, मेडिसिन, साहित्य और शांति के क्षेत्र में दिया जाता है. इसमें शांति पुरस्कार की विशेषता यह है कि ये उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने राष्ट्रों के बीच फैलोशिप को आगे बढ़ाने, स्थायी सेनाओं को समाप्त करने या कम करने और शांति की स्थापना और प्रचार के लिए सबसे अधिक या सबसे अच्छा काम किया है. 1968 में इसमें सातवां पुरस्कार जोड़ा गया था जो आर्थिक विज्ञान के क्षेत्र में था. यह पुरस्कार आधिकारिक तौर पर नोबेल पुरस्कार नहीं है, लेकिन इसे “अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिजेस रिक्सबैंक पुरस्कार” कहा जाता है. इसकी स्थापना स्वेरिजेस रिक्सबैंक (स्वीडन का केंद्रीय बैंक) की ओर से की गई थी.

कैसे शुरू हुआ?

यह पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल की याद में नोबेल फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है. मृत्यु से पहले दिसंबर 1896 में अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा उन्होंने एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया. वो चाहते थे कि इस पैसे के ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए जिनका काम मानव जाति के लिए सबसे कल्याणकारी पाया जाए. स्वीडिश बैंक में जमा उनकी संपति की राशि के ब्याज से ही नोबेल फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष भौतिकी, रसायन, शांति, साहित्य, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाता है।

ALSO READ : ट्रक से भयंकर टक्कर में आठ श्रद्धालुओं की मौत, काशी विश्वनाथ के दर्शन कर लौट रहा था परिवार …

इस साल अस्तित्व में आयी नोबेल फाउंडेशन

साल 1900 में नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की गयी थी और साल 1901 में पहला नोबेल पुरस्कार सम्मान दिया गया था। इस नोबेल फाउंडेशन के पांच सदस्य थे, जिनमें से स्वीडन की किंग ऑफ काउन्सिल को मुखिया नियुक्त किया गया और बाकी के चार सदस्य पुरस्कार वितरक संस्थान के न्यासी (ट्रस्टियों) द्वारा चुने जाते हैं। उस समय यह पुरस्कार स्वीडन के राजा के हाथों से दिया जाता था। पुरस्कार के लिए बनी समिति हर साल अक्टूबर में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा कर देती हैं लेकिन पुरस्कारों वितरण अल्फ्रेड नोबेल की पुण्य तिथि 10 दिसंबर को किया जाता है।

कौन थे अल्फ्रेड नोबेल?

साल 1833 में अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल का जन्म स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुआ था, इसके पश्चात साल 1867 में अल्फ्रेड नोबेल ने डाइनामाइट की खोज की थी। आपको बता दें कि, अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल ने अपने सम्पूर्ण जीवन काल में कुल 355 आविष्कार किए थे, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा नाम और पैसा डायनामाइट के आविष्कार ने दिलाया। आजीवन कुंवारे रहने वाले नोबेल का 10 दिसंबर 1896 को इटली में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More