निर्भया : बदला-बदला दोषियों का बर्ताव, हर हरकत पर नजर
निर्भया के दोषियों की फांसी का दिन अब नजदीक है। दोषियों का बर्ताव इन दिनों बदला-बदला सा है। ऐसे में वो खुद को नुकसान न पहुंचा ले, जेल प्रशासन के लिए यह काम सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।
इसके लिए जेल प्रशासन पूरी सावधानी बरत रहा है। कैदियों को टॉयलेट तक में अकेले नहीं छोड़ा जा रहा है। दिन-रात उन पर नजर रखी जा रही है। बार-बार उनके सेल बदले जा रहे हैं।
आखिरी बार मिल ले परिवार-
निर्भया के दोषियों को 1 फरवरी 2020 को फांसी होनी है। अब तक कैदियों ने जेल प्रशासन को अपनी अंतिम इच्छा नहीं बताई है।
इस बीच जेल प्रशासन ने दोषियों के घरवालों को पत्र भेजा है। लिखा गया है कि अगर कैदियों से आखिरी बार मिलना चाहते हैं तो जेल से संपर्क कर लें।
अंतिम इच्छा पर चुप निर्भया के कातिल-
अभी तक चारों में से किसी भी मुजरिम ने तिहाड़ प्रशासन द्वारा पूछे जाने के बाद भी यह नहीं बताया कि उनकी अंतिम इच्छा क्या है?
तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि अदालत ने डेथ वारंट जारी कर दिया है। अब जो भी कानूनी प्रक्रिया अमल में लानी चाहिए हम वह सब अपना रहे है।
इसके तहत चारों मुजरिमों (मुकेश, विनय, अक्षय और पवन) से तिहाड़ जेल प्रशासन ने उनकी अंतिम इच्छा कुछ दिन पहले पूछी थी। अभी तक चारों में से किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया है।
यह भी पढ़ें: निर्भया गैंगरेप पर बोलीं कंगना- इंदिरा जयसिंह जैसों की कोख से पैदा होते हैं बलात्कारी
यह भी पढ़ें: निर्भया के चार गुनहगारों से तिहाड़ में पूछा गया, आखिरी इच्छा क्या?