बनारस में बिजली विभाग की लापरवाही, खम्भे में उतरे करंट से किशोर और किशोरी की मौत
सूजाबाद पड़ाव में किशोर और जक्खिनी में किशोरी की मौत से कोहराम
बरिश शुरू होते ही नगर निगम और बिजली विभाग की लापरवाहियों का पिटारा खुलने लगता है. एक तरफ सड़क धंसने, नाली-सीवर जाम होने की समस्याएं सामने आ रही हैं. इस बीच बिजली विभाग की लापरवाही ने एक किशोर और एक किशोरी की जान ले ली. दोनों ही क्षेत्रों में खम्भे में उतर रहे करंट की चपेट में आने से उनकी मौतें हुईं. इस घटना से दोनों परिवारों में कोहराम मच गया है.
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पहली घटना पड़ाव सूजाबाद में हुई. सूजाबाद के बबलू यादव का 14 वर्षीय बेटा मुकेश पढ़ाई के साथ दूध बांटने का काम करता था. रविवार की सुबह साईकल से दूध लेकर घर से निकला और सौ मीटर की दूरी पर सीमेंट के बिजली खम्भे में उतर रहे करंट की चपेट मे आ गया. वह खम्भे मे सट कर तड़पने लगा. ग्रामीणों ने उसे तड़पता देख दौड़े. उसे किसी तरह छुड़ाया. लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी. परिजन संतोष के लिए उसे निजी अस्पताल ले गये. डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मुकेश दो भाई, एक बहन मे सबसे छोटा था. इस हादसे से परिवार गहरे सदमे में है.
जक्खिनी में परिजनों ने किया सड़क जाम
उधर, जक्खिनी पावर हाउस के पास महीनों से बिजली का खम्भा गिरा था. उसमें करंट प्रवाहित हो रहा था. इससे अनजान 16 वर्षीया किशोरी उधर से जा रही थी. तभी वह खम्भे की चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिवार और गांव के लोगों बिजली विभाग की लापरवाही से किशोरी की मौत का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे. सड़क जाम कर दिया. ग्रामीण लापरवाह बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग कर रहे थे.
दौलतपुर में करंट से झुलसा बालक
इसके अलावा दौलतपुर रोड भक्ति नगर कॉलोनी गेट न. 2 के पास खले मे चबूतरे पर रखे गये ट्रांसफार्मर की करंट की चपेट में आने से एक और बालक झुलस गया. उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है. इससे पहले इसी ट्रांसफार्मर की करंट की चपेट में आने से एक गाय की मौत हो गई थी. इसके बाद भी बिजली विभाग नही चेता. ट्रांसफार्मर का एक तरफ से अस्थायी घेरा बनाया गया है. इसके अलावा वह तीन तरफ से खुला है. यहां बच्चे आसानी से जा सकते हैं. इस घटना के बाद क्षेत्रीय लोगों में बिजली विभाग के प्रति गहरा रोष है.