लखनऊ के चौक से हजारों यात्रियों को रोजाना मंजिल पर पहुंचाएगी मेट्रो
यूपी की राजधानी लखनऊ में चौक मेट्रो स्टेशन शहर का सबसे व्यस्ततम स्टेशन होगा। पुराने शहर की आधी आबादी के साथ ही ग्रामीण इलाकों से आने वाले करीब 35 हजार यात्री रोज यहां से मेट्रो में सफर करेंगे। चौक के बाद पांडेयगंज, अमीनाबाद और चारबाग मेट्रो स्टेशन पर भी बाकी स्टेशनों की तुलना में यात्रियों का आवागमन अधिक रहेगा। एलएमआरसी के सर्वे में यह बात सामने आई है। पूरी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।
चौक इलाके से सर्वाधिक लोगों की आवाजाही है
एलएमआरसी के विशेषज्ञों ने ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का संशोधित डीपीआर तैयार करते समय चारबाग से बसंत कुंज तक के सभी 12 मेट्रो स्टेशनों के आसपास की आबादी का अध्ययन किया। चौक और वहां से अन्य इलाकों में आने-जाने वाले वाहनों के आधार पर यात्रियों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया। पता चला है कि ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के चौक इलाके से सर्वाधिक लोगों की आवाजाही है।
चौक मेट्रो स्टेशन बनने के बाद चौक, बाजारखाला, सआदतगंज, डालीगंज, यहियागंज व नादान महल रोड के आसपास रहने वाले यहीं से मेट्रो पकड़ेंगे। इसके अलावा मलिहाबाद, माल, काकोरी व दुबग्गा के आसपास के गांवों से आने वाले ज्यादातर लोगों के लिए भी चौक मेट्रो जंक्शन पॉइंट होगा। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि चौक मेट्रो स्टेशन पर रोज करीब 35 हजार लोगों की आवाजाही रहेगी।
30 हजार लोगों की मेट्रो में आवाजाही रहेगी
इसके अलावा चारबाग मेट्रो स्टेशन के जंक्शन पॉइंट होने से यहां भी यात्रियों की संख्या ज्यादा रहेगी। यहां से नॉर्थ-साउथ और ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के मेट्रो स्टेशनों के लिए लोग मेट्रो पकड़ेंगे। अनुमान है कि यहां से रोज 30 हजार लोगों की मेट्रो में आवाजाही रहेगी। इसके बाद पांडेयगंज मेट्रो स्टेशन से 28 हजार और अमीनाबाद मेट्रो स्टेशन से करीब 25 हजार लोगों के रोज यात्रा करने का अनुमान है। बालागंज मेट्रो स्टेशन से भी करीब 20 हजार लोग रोज मेट्रो का सफर करेंगे।
रोज चार लाख से अधिक लोग मेट्रो ट्रेन में यात्रा करेंगे
अगले पांच साल में करीब सात लाख लोग रोज मेट्रो ट्रेनों से सफर करेंगे। नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर पर अमौसी एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक करीब 23 किमी के रूट पर रोज तीन लाख से अधिक लोगों के यात्रा करने का अनुमान है। वहीं ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर पर चारबाग से बसंतकुंज तक 11.165 किमी का मेट्रो रूट 2023 में बनकर तैयार हो जाएगा। इस रूट पर रोज चार लाख से अधिक लोग मेट्रो ट्रेन में यात्रा करेंगे। 12 मेट्रो स्टेशन वाले इस रूट पर सात अंडरग्राउंड और पांच एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे।
टिकट काउंटर तक बढ़ाए जाने की तैयारी है
एलएमआरसी के सर्वे रिपोर्ट में जिन स्टेशनों से रोज सफर करने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा सामने आ रही है। वहां के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। इन मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों के रुकने की व्यवस्था करने से लेकर टिकट काउंटर तक बढ़ाए जाने की तैयारी है। इसके अलावा ऑटोमेटेड मशीनें लगाकर टिकट विंडो की भीड़ को भी नियंत्रित किया जाएगा। पुराने शहर के स्टेशनों पर लॉस्ट ऐंड फाउंड सेल की भी व्यवस्था की जाएगी।
टैक्स और कर्मचारियों का खर्च भी शामिल
चारबाग से बसंत कुंज तक बनने वाले ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के लिए 6500 करोड़ का प्रपोजल तैयार किया गया है। इसमें जमीन की कीमत से लेकर सभी टैक्स और कर्मचारियों का खर्च भी शामिल है। एलएमआरसी से संशोधित डीपीआर मिलने के बाद स्टेट गर्वनमेंट ने स्टडी कर केंद्र सरकार को अनुमोदन के लिए भेज दिया है। केंद्र सरकार के फाइनेंस डिपोर्टमेंट से भी डीपीआर को मंजूरी मिल गई है। एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव का कहना है कि जल्द ही काम शुरू करवा दिया जाएगा।साभार
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)