संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के ग्राउंड में नारी शक्ति वंदन अभिनंदन
पीएम मोदी ने 5000 महिलाओं से किया महिला विधेयक पर चर्चा
वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के ग्राउंड से पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन अभिनंदन कार्यक्रम से नारियों से सीधे जुड़ने का काम किया। लोकसभा और राज्यसभा में 20 साल से लंबित महिला अधिनियम बिल पास होने की खुशी में पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र की शक्ति स्वरुपा महिलाओं से बातचीत किया इतना ही नहीं पीएम मोदी 5000 महिलाओं को संबोधित करने के लिए मंच पर जाने के लिए सभास्थल के बीचों बीच बने रास्ते पर चलते हुए महिलाओं का अभिवादन स्वीकार करते हुए मंच पर गए। पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में पहली बार नारी शक्ति से रुबरु होने का काम किए। पीएम के संसदीय क्षेत्र की महिलाओं ने अपने सांसद को अपने बीच में पाकर पीएम का जमकर स्वागत किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास होने पर प्रदेश की मातृशक्ति की ओर से प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि बीते साढ़े नौ साल में माताओं और बहनों को केंद्र में रखकर सरकार ने काम किया है। इस अवसर पर विभिन्न योजनाओं की लाभार्थी महिला समूहों ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
इस बार कई गुना बढ़ गया है नवारात्रि का उत्साह
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि काशी माता कुष्मांडा, माता शृंगार गौरी, मां अन्नपूर्णा और मां गंगा की पावन नगरी है। यहां के कण कण में मातृ शक्ति की महिमा जुड़ी है। विंध्यवासिनी देवी भी बनारस से दूर नहीं हैं। काशी नगरी देवी अहिल्याबाई होल्कर के पुण्य कार्यों और प्रबंध कौशल की साक्षी रही है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम ने इस बार नवारात्रि के उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया है। इस कानून से देश में महिला विकास के रास्ते खुलेंगे। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ेगी।
नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक व्यापक विजन वाला कार्यक्रम
प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक व्यापक विजन वाला कार्यक्रम है। हम ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए किसी की जरूरत न पड़े। इसके लिए कानून के साथ साथ सांस्कृतिक मूल्यों को भी मजबूत करना जरूरी है। इसलिए इस कानून का नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम रखा गया है। कुछ लोगों को इसमें भी वंदन शब्द से परेशानी है। माताओं बहनों को वंदन नहीं करेंगे तो क्या करेंगे। ये लोग नहीं समझ पाते कि नारी शक्ति के वंदन का अर्थ क्या है। हमें ऐसी नकारात्मक सोच से बचते हुए विकास पथ पर आगे बढ़ना है। देश आगे बढ़ता रहेगा, और ऐसे बड़े निर्णय लेते रहेगा।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाये गये: योगी
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ”नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः, नास्ति मातृसमं त्राणं नास्ति मातृसमा प्रया।’ मां के समान कोई छाया नहीं, मां के समान कोई सहारा नहीं, मां के समान कोई रक्षक नहीं, मां के समान कोई प्रिय नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 9 साल में पूरी दुनिया ने बदलते हुए भारत को देखा है। भारत की आधी आबादी और मातृ शक्ति को सशक्त करने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम को संसद में पारित कराने के बाद आज प्रधानमंत्री का आगमन अपनी काशी में हुआ है। 2014 के उपरांत महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाये गये हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और मिशन इंद्रधनुष के जरिए महिलाओं को सुरक्षा कवच देने का कार्य हुआ है।