प्रधानमंत्री ने फेरी सेवा का किया शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोघा-दहेज ‘रो-रो फेरी सेवा’ के पहले चरण का शुभारंभ किया। यह भारत में अपनी तरह का पहला प्रॉजेक्ट है। प्रधानमंत्री ने इसे पूरे ‘दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए महत्वपूर्ण अवसर’ करार दिया। इसे अपना ड्रीम प्रॉजेक्ट बताते हुए मोदी ने कहा कि फेरी सेवा उनकी ओर से ‘भारत के लिए अमूल्य उपहार’ है और उन्होंने दावा किया कि दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए यह अपनी तरह का पहला प्रॉजेक्ट है।
फेरी सेवा के बारे में स्कूल के दिनों में सुना था
प्रधानमंत्री ने कहा कि फेरी सेवा के बारे में उन्होंने केवल स्कूल के दिनों में ही सुना था, जिसकी शुरुआत करने का उन्होंने प्रयास किया है।उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, “ऐसा लगता है कि सभी अच्छे कामों का कार्यान्वयन मेरी किस्मत है।” मोदी ने कहा, “नए बदलाव घिसे-पिटे रवैये से नहीं बल्कि नई सोच से आते हैं। हमने सोचने के तरीके को बदल दिया है।”उन्होंने कहा कि इस सेवा से 360 किलोमीटर की दूरी 31 किलोमीटर या सात घंटे की यात्रा एक घंटे में सीमित हो जाएगी।
Also Read : छठ पूजा विशेष : भगवान विश्वकर्मा ने बनवाया था देव सूर्य मंदिर
गुजरात के भावनगर में लोगों को संबोधित कर रहे थे पीएम मोदी
आपको बता दें कि पीएम मोदी गुजरात के भावनगर में लोगों को संबोधित कर रहे थे। पीएम मोदी ने कहा कि स्कूल के दिनों में ऐसे प्रोजक्ट के बारे में सुना था। मोदी ने आगे कहा कि देश को अगर विकास के रास्ते पर ले जाना है तो नई सोच की जरुरत है, क्योंकि बिना इसके देश का विकास संभव नहीं है।
पीएम ने कहा कि देश के विकास में सिर्फ सरकार के योगदान से काम नहीं चलेगा इसके लिए जनता को भी आगे आना पड़ेगा। नई पीढ़ी के नए विचारों और आइडिया से ही नए-नए विकास के रास्ते निकलकर आ सकते हैं , इसलिए देश के युवाओं को भी देश को आगे ले जाने के लिए भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।